पटना: विधानसभा चुनाव के बाद जदयू में लगातार बैठकों का दौर चल रहा है. पार्टी की नजर अति पिछड़ा वोट बैंक पर हमेशा से रही है. वहीं आज अति पिछड़ा प्रकोष्ठ की महत्वपूर्ण बैठक की गई. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह की अध्यक्षता में बैठक जदयू कार्यालय के कर्पूरी सभागार में आयोजित की गई. जिसमें पार्टी की आगे की रणनीति तैयार की गई.
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सभी वरिष्ठ नेता रहे मौजूद
जदयू के लिए अति पिछड़ा वोट बैंक महत्वपूर्ण रहा है. विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन नहीं होने के बावजूद अति पिछड़ा वोट बैंक का बड़ा हिस्सा जदयू के साथ ही रहा है. अति पिछड़ा प्रकोष्ठ की चल रही बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के साथ सभी वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. साथ ही परिवहन मंत्री शीला कुमारी भी उपस्थित रहीं.
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पंचायत चुनाव पर भी जदयू की नजर
जदयू की नजर पंचायत चुनाव पर भी है. हालांकि दलीय आधार पर इस बार भी चुनाव नहीं हो रहा है. चुनाव की तिथि भी घोषित नहीं हुई है लेकिन पार्टी की पूरी कोशिश है कि अधिक से अधिक नेता और कार्यकर्ता त्रिस्तरीय पंचायत में भागीदार बने. इसके साथ ही पार्टी की तैयारी 2024 और 2025 के लिए एक तरह से शुरू हो चुकी है.
'अति पिछड़ा प्रकोष्ठ बूथ लेवल तक पहुंच चुका है. अब इसे एक्टिव किया जा रहा है. इसे लेकर लगातार विभिन्न प्रकोष्ठ की समीक्षा करते रहे हैं. उसी के तहत यह समीक्षा बैठक की गई. जिसमें समाज के मुख्यधारा में जो लोग नहीं हैं, उन्हें लाने के लिए अति पिछड़ा प्रकोष्ठ को जिम्मेदारी दी गई है.' -आरसीपी सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जदयू