पटनाः कोरोना संक्रमण काल में इम्यूनिटी बूस्टर दवाइयों पर विशेष जोर दिया जा रहा है. लोग अब औषधीय पेड़ों की तरफ आकर्षित भी हो रहे हैं. इन पेड़ों के पत्ते और फलों का सेवन करने से आयुर्वेद पद्धति से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. इसे देखते हुए पटना के कदम कुआं स्थित राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय इम्यूनिटी बूस्टर की दवाइयों पर शोध को लेकर तैयारी कर रहा है.
कॉलेज के कैंपस में 200 से ज्यादा पेड़ मौजूद
राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर दिनेश्वर प्रसाद ने बताया कि आयुर्वेद की चिकित्सा पद्धति में 400 से अधिक औषधीय पेड़ों का वर्णन है. इन औषधीय पेड़ों में से 200 से ज्यादा पेड़ आयुर्वेद कॉलेज के कैंपस में मौजूद हैं.
क्लाइमेट के कारण नहीं लग पाते कुछ पेड़
दिनेश्वर प्रसाद ने बताया कि कुछ और औषधीय पेड़ों को कैंपस में लगाने की प्रक्रिया चल रही है. उन्होंने बताया कि कुछ पेड़ क्लाइमेट के कारण यहां नहीं लग पाते हैं, लेकिन फिर भी कुछ पेड़ों को लगाया जा रहा है.
आयुष मंत्रालय को भेजा प्रपोजल
राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के प्राचार्य ने बताया कि आयुर्वेद में इम्यूनिटी बूस्टर के लिए सैकड़ों दवाइयों का वर्णन है. जिसमें अश्वगंधा, मुलेठी, आंवला, सतावर, लहसुन समेत कई औषधियां मौजूद हैं. उन्होंने बताया कि आयुर्वेद कॉलेज में इम्यूनिटी बूस्टर की दवाइयों का शोध करने को लेकर पटना एम्स के माध्यम से आयुष मंत्रालय को एक प्रपोजल भेजा गया है.
रिकवर होने में मिल रही मदद
डॉ. दिनेश्वर प्रसाद ने बताया कि यह प्रपोजल अगर स्वीकृत हो जाता है तो आगे आने वाले दिनों में पटना आयुर्वेद कॉलेज में इम्यूनिटी बूस्टर की दवाइयों पर शोध कार्य शुरू हो जाएगा. बता दें कि बिहार में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग भी लोगों से इम्यून सिस्टम मजबूत रखने की अपील कर रहा है. मजबूत इम्यून सिस्टम वाले लोगों को कोरोना से रिकवर होने में मदद मिल रही है.
84 लोगों की मौत
राज्य में अबतक कुल 11 हजार 460 कोरोना को मामले सामने चुके हैं. वहीं, इससे 84 लोगों की मौत हो गई है. स्थ्य विभाग के अनुसार अब तक कुल 2,43,167 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है.8, 211 लोग ठीक होकर अपने घरों को लौट गये हैं. प्रदेश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 2,614 है. जबकि कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 75.25 फीसदी है.