पटना: बीते दिनों बिहार के कलाकारों ने अपनी समस्याओं को लेकर प्रदर्शन किया था. उन्होंने सरकार से मांग की थी कि उनकी मदद के लिए डेटाबेस तैयार किया जाए. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. खबर दिखाए जाने के बाद बिहार सरकार के कला संस्कृति विभाग ने मामला को गंभीरता से लेते हुए कलाकारों का डेटाबेस तैयार करने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है .
क्या है मामला
दरअसल, बिहार में कोरोना वायरस को देखते हुए सरकार ने कलाकारों के लिए कलाकार प्रोत्साहन नीति बनाई है. इसके तहत सभी को अपनी प्रस्तुति देकर विभाग की वेबसाइट पर भेजने को कहा था. पूर्व आदेश के अनुसार उन्हें उसी प्रकार प्रोत्साहन राशि भी सीधे उनके खाते में भेजी जानी थी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
कलाकारों ने किया था विरोध
इसके विरोध में कलाकारों ने दो दिन पहले ही पटना के प्रेमचंद रंगशाला में जमकर बिहार सरकार और कला संस्कृति विभाग के खिलाफ नारेबाजी की थी और सरकार से यह मांग की थी कि सरकार उनका डेटाबेस तैयार करे.
कला संस्कृति विभाग मंत्री ने लिया संज्ञान
ईटीवी भारत पर प्रमुखता से इस खबर दिखाए जाने के बाद कला संस्कृति विभाग के मंत्री प्रमोद कुमार ने मामले में संज्ञान लेते हुए बताया कि अन्य राज्यों की ही तरह बिहार में भी कलाकारों का डेटाबेस तैयार किया जाएगा. फिलहाल बिहार में कलाकारों का कोई डेटाबेस नहीं है. इसलिए विभाग ने संचिका मंगा कर कला संस्कृति विभाग के अधिकारियों को यह निर्देश दिया है कि बिहार में भी कलाकारों का डेटा बेस तैयार हो और इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई. जल्द ही कलाकारों का डेटाबेस तैयार हो जाएगा. जैसे ही यह होगा, सरकार कलाकारों की मदद करेगी.