पटना: बिहार की राजधानी पटना में शनिवार को बिहार म्यूजियम के सभा कक्ष में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बिहार के लोककला एवं समकालीन महिला कलाकारों की ओर से चित्र एवं कलाकृतियों की प्रदर्शनी (Art and painting exhibition) लगाई गई है. इस प्रदर्शनी का शुभारम्भ कला संस्कृति और युवा मंत्री जितेंद्र राय ने दीप जलाकर किया. बिहार की लोककला और समकालीन कला के कुल 42 महिलाओं की कृतियों की प्रदर्शनी लगाई गई है. यह प्रदर्शनी 11 मार्च से लेकर 10 अप्रैल तक आयोजित की जाएगी.
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आम लोगों के लिए खास प्रदर्शनीः यह प्रदर्शनी में आमलोगों के लिए निशुल्क रखा गया है. इस प्रदर्शनी में लोककला विधा जैसे मधुबनी पेंटिंग, पेपरमेशी, मंजूषा पेंटिंग, टिकुली पेंटिंग, सुजनी शिल्प, एप्लिक, काशीदाकरी, सिक्की कला, समाकलीन कला से नामचीन महिला कलाकारों के द्वारा कलाकृति प्रदर्शित की गई है. इस प्रदर्शनी में कई पद्मश्री से सम्मानित कलाकारों की कलाकृतियां भी लगाई गई है. 1970 में राष्ट्रीय पुरस्कार और 1975 में पद्मश्री से सम्मानित होने वाली पहली महिला कलाकार स्वर्गीय जगदंबा देवी की मिथिला पेंटिंग के 10 चित्रों की प्रदर्शनी भी शामिल की गई है.
पेंटिंग पर कार्यशाला भी आयोजितः प्रदर्शनी के साथ-साथ आज और कल 2 दिनों तक मधुबनी पेंटिंग पर कार्यशाला भी आयोजित की गई. इनमें किलकारी, रेनबो होम्स और आशादीप स्कूल के करीब 100 छात्र-छात्राएं शामिल रहेंगी. बिहार संग्रहालय के द्वारा इन छात्र-छात्राओं को पद्मश्री से सम्मानित कलाकारों से पेंटिंग सीखने का अवसर उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके साथ ही 18 और 19 मार्च को समकालीन कला की कार्यशाला आयोजित की गई है. इसमें कला और शिल्प महाविद्यालय के 100 छात्र-छात्राएं शामिल होंगे.
कला के माध्यम से महिला कलाकारों की ताकत दिखाने का प्रयासः अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बिहार म्यूजियम में प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है. इसमें विशिष्ट कलाकारों की कृतियां आम लोगों के लिए प्रदर्शित की जा रही है. इस आयोजन में प्रदर्शनी के कैटलॉग का भी विमोचन किया गया. पत्रकारों से बातचीत के दौरान कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री जितेंद्र राय ने कहा कि यह कार्यक्रम बिहार की महिला कलाकारों की ताकत के साथ उनकी कला की विरासत को दर्शाने का रचनात्मक प्रयास किया गया है. उन्होंने कहा कि इन महिला कलाकारों की कला यात्रा की खूबसूरत पृष्ठभूमि में उनकी संघर्ष की कहानी भी है. महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और इन महिलाओं से अन्य महिलाओं को प्रेरणा भी लेनी चाहिए.
"महिलाएं किस तरह से अपने हाथों के कला से भी आगे बढ़ा जा सकता है और देश दुनिया में नाम पहचान बनाया जा सकता है. इस प्रदर्शनी से लोगों को सीखने का मौका मिलेगा. प्रदर्शनी में लगाई गई कलाकृति से जुड़ी महिलाओं से लोगों को सीखना भी चाहिए और यह महिलाएं हमारे लिए गर्व है"- जीतेन्द्र राय, कला संस्कृति युवा मंत्री