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पटना मेट्रो के काम में तेजी लाने के लिए आनंद किशोर ने की बैठक, लिए गए यह निर्णय - Patna Metro Rail Corporation Limited

पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आनंद किशोर ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक की. इस दौरान कई अधिकारी मौजूद रहे.

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Published : May 2, 2020, 8:36 PM IST

पटना: राजधानी में मेट्रो रेल बोर्ड के गठन होने के बाद पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आनंद किशोर की अध्यक्षता में दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों के साथ पहली बार बैठक हुई. यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई. जिसमें एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर, बिहार पुल निगम निर्माण लिमिटेड, पथ निर्माण एवं भवन निर्माण विभाग और वन विभाग के पदाधिकारी मौजूद रहे. वहीं दिल्ली मेट्रो की ओर से डायरेक्टर (वर्क्स) दलजीत सिंह और प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुशील कुमार और अजय कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

बैठक में निम्नांकित निर्णय लिए गए.

  • पटना मेट्रो का एलाइनमेंट तय हो जाने के बाद आईएसबीटी पर मेट्रो का एलाइनमेंट सड़क के मध्य में होगा. साथ ही पथ निर्माण विभाग की ओर से फ्लाइओवर निर्माण के लिए सड़क किनारे मौजूद अतिरिक्त भूमि के अधिग्रहण का निर्णय लिया गया.
  • नेशनल हाईवे 30 पर एनएचआई की ओर से मेट्रो एलाइनमेंट के निर्माण कार्य की स्वीकृति प्रदान की गई. यहां जीरो माइल पर एनएचआई की ओर से फ्लाइओवर के एक्सटेंशन की योजना है. जिसके कारण जीरो माइल मेट्रो का एलाइनमेंट सड़क की सतह से 12 मीटर की ऊंचाई पर रखने का निर्णय लिया गया. वहीं, रामकृष्ण नगर पर अंडरपास निर्माण के कारण मेट्रो का एलाइनमेंट सड़क की सतह से 10 मीटर की ऊंचाई पर रखने का निर्णय लिया गया.
  • अशोक राजपथ पर पीएमसीएच के पास मेट्रो एलाइनमेंट की स्वीकृति बीएमएसआइसीएल ने दी.
  • पटना मेट्रो के लिए भूमि निरीक्षण और माप का कार्य शुरू हो चुका है. भूमि अधिग्रहण कार्य के लिए कोषांग का गठन किया जा रहा है. इस कोषांग में बिहार प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त उप समाहर्ता स्तर के एक अधिकारी की नियुक्ति होनी है. इसके अलावा तीन सर्वेक्षक, तीन अमीन, एक आशुलिपिक और एक आईटी असिस्टेंट के पद पर भी नियुक्ति की जानी है. भूमि अधिग्रहण के लिए कोषांग को दो वाहन देने का भी निर्णय लिया गया.
  • पटना मेट्रो के निर्माण के दौरान एक भी पेड़ काटे नहीं जाएंगे. एलाइनमेंट में आने वाले सभी पेड़ों को सुरक्षित रखते हुए उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर शिफ्ट (ट्रांसलोकेशन) किया जाएगा. इसके लिए लगातार निरीक्षण समेत अन्य कार्य जारी है. वन विभाग की ओर से अनापत्ति प्रमाण पत्र भी निर्गत किया जा रहा है.
  • दानापुर कैंटोनमेंट के पास एक मेट्रो स्टेशन का निर्माण होना है. इसके लिए पटना मेट्रो के प्रबंध निदेशक की ओर से रक्षा मंत्रालय को पत्र भेजने का निर्णय लिया गया.
    patna
    जानकारी देते प्रबंध निदेशक आनंद किशोर
  • मेट्रो कोच के डाइमेंशन को 2900 एमएम से 3200 एमएम करने और टेंडर आदि कार्यों के लिए पटना मेट्रो की ओर से नोडल अधिकारी के नियुक्ति प्रस्ताव को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक में रखने का निर्णय लिया गया.
  • विश्वेश्वरैया भवन में बन रहे अंडरग्राउंड पार्किंग के नीचे से मेट्रो गुजरेगी. यहां आरएएफटी फाउंडेशन किए जाने का निर्णय लिया गया. पहले यहां पाइल फाउंडेशन किये जाने का प्रस्ताव था.
  • आइएसबीटी के पास 4000 वर्गमीटर की जमीन पर आरएसएस (रिसीविंग सब-स्टेशन) वर्क का एरिया बनाने का प्रस्ताव डीएमआरसी ने दिया था. ताकि बिजली आपूर्ति का कार्य यहीं से हो सके. इस पर प्रबंध निदेशक आनंद किशोर ने कहा कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक में इसपर अंतिम निर्णय लिया जाएगा. वैसा एक स्थान जहां से विद्युत सम्बंधित सभी कार्य संचालित किए जाते हैं. उसे ही आरएसएस कहा जाता है. इलेक्ट्रिक कार्यों को करने के लिए एक सब-स्टेशन आवश्यक है. आरएसएस से ही मेट्रो के लिए बिजली की आपूर्ति की जाएगी. चूंकि पटना मेट्रो का अंतिम पड़ाव आइएसबीटी है. इसलिए आरएसएस का निर्माण यहीं करने का प्रस्ताव है. यहां से आइएसबीटी से लेकर मीठापुर रूट तक के लिए मेट्रो को बिजली आपूर्ति की जाएगी.

पटना: राजधानी में मेट्रो रेल बोर्ड के गठन होने के बाद पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आनंद किशोर की अध्यक्षता में दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों के साथ पहली बार बैठक हुई. यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई. जिसमें एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर, बिहार पुल निगम निर्माण लिमिटेड, पथ निर्माण एवं भवन निर्माण विभाग और वन विभाग के पदाधिकारी मौजूद रहे. वहीं दिल्ली मेट्रो की ओर से डायरेक्टर (वर्क्स) दलजीत सिंह और प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुशील कुमार और अजय कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

बैठक में निम्नांकित निर्णय लिए गए.

  • पटना मेट्रो का एलाइनमेंट तय हो जाने के बाद आईएसबीटी पर मेट्रो का एलाइनमेंट सड़क के मध्य में होगा. साथ ही पथ निर्माण विभाग की ओर से फ्लाइओवर निर्माण के लिए सड़क किनारे मौजूद अतिरिक्त भूमि के अधिग्रहण का निर्णय लिया गया.
  • नेशनल हाईवे 30 पर एनएचआई की ओर से मेट्रो एलाइनमेंट के निर्माण कार्य की स्वीकृति प्रदान की गई. यहां जीरो माइल पर एनएचआई की ओर से फ्लाइओवर के एक्सटेंशन की योजना है. जिसके कारण जीरो माइल मेट्रो का एलाइनमेंट सड़क की सतह से 12 मीटर की ऊंचाई पर रखने का निर्णय लिया गया. वहीं, रामकृष्ण नगर पर अंडरपास निर्माण के कारण मेट्रो का एलाइनमेंट सड़क की सतह से 10 मीटर की ऊंचाई पर रखने का निर्णय लिया गया.
  • अशोक राजपथ पर पीएमसीएच के पास मेट्रो एलाइनमेंट की स्वीकृति बीएमएसआइसीएल ने दी.
  • पटना मेट्रो के लिए भूमि निरीक्षण और माप का कार्य शुरू हो चुका है. भूमि अधिग्रहण कार्य के लिए कोषांग का गठन किया जा रहा है. इस कोषांग में बिहार प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त उप समाहर्ता स्तर के एक अधिकारी की नियुक्ति होनी है. इसके अलावा तीन सर्वेक्षक, तीन अमीन, एक आशुलिपिक और एक आईटी असिस्टेंट के पद पर भी नियुक्ति की जानी है. भूमि अधिग्रहण के लिए कोषांग को दो वाहन देने का भी निर्णय लिया गया.
  • पटना मेट्रो के निर्माण के दौरान एक भी पेड़ काटे नहीं जाएंगे. एलाइनमेंट में आने वाले सभी पेड़ों को सुरक्षित रखते हुए उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर शिफ्ट (ट्रांसलोकेशन) किया जाएगा. इसके लिए लगातार निरीक्षण समेत अन्य कार्य जारी है. वन विभाग की ओर से अनापत्ति प्रमाण पत्र भी निर्गत किया जा रहा है.
  • दानापुर कैंटोनमेंट के पास एक मेट्रो स्टेशन का निर्माण होना है. इसके लिए पटना मेट्रो के प्रबंध निदेशक की ओर से रक्षा मंत्रालय को पत्र भेजने का निर्णय लिया गया.
    patna
    जानकारी देते प्रबंध निदेशक आनंद किशोर
  • मेट्रो कोच के डाइमेंशन को 2900 एमएम से 3200 एमएम करने और टेंडर आदि कार्यों के लिए पटना मेट्रो की ओर से नोडल अधिकारी के नियुक्ति प्रस्ताव को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक में रखने का निर्णय लिया गया.
  • विश्वेश्वरैया भवन में बन रहे अंडरग्राउंड पार्किंग के नीचे से मेट्रो गुजरेगी. यहां आरएएफटी फाउंडेशन किए जाने का निर्णय लिया गया. पहले यहां पाइल फाउंडेशन किये जाने का प्रस्ताव था.
  • आइएसबीटी के पास 4000 वर्गमीटर की जमीन पर आरएसएस (रिसीविंग सब-स्टेशन) वर्क का एरिया बनाने का प्रस्ताव डीएमआरसी ने दिया था. ताकि बिजली आपूर्ति का कार्य यहीं से हो सके. इस पर प्रबंध निदेशक आनंद किशोर ने कहा कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक में इसपर अंतिम निर्णय लिया जाएगा. वैसा एक स्थान जहां से विद्युत सम्बंधित सभी कार्य संचालित किए जाते हैं. उसे ही आरएसएस कहा जाता है. इलेक्ट्रिक कार्यों को करने के लिए एक सब-स्टेशन आवश्यक है. आरएसएस से ही मेट्रो के लिए बिजली की आपूर्ति की जाएगी. चूंकि पटना मेट्रो का अंतिम पड़ाव आइएसबीटी है. इसलिए आरएसएस का निर्माण यहीं करने का प्रस्ताव है. यहां से आइएसबीटी से लेकर मीठापुर रूट तक के लिए मेट्रो को बिजली आपूर्ति की जाएगी.

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