पटना: भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व बिहार में दूसरी पंक्ति की लीडरशिप तैयार करने में जुटा है. बिहार में मंत्रिमंडल गठन भी इसकी एक कड़ी है. इस बार मंत्रिमंडल में ज्यादा युवा चेहरे शामिल होंगे. वहीं पार्टी भविष्य को देखते हुए युवाओं को तवज्जों देना चाहती है. उप मुख्यमंत्री को लेकर उलझन अब भी बरकरार है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पटना पहुंचने के बाद ही उप मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष को लेकर अंतिम फैसला होगा.
अमित शाह लेंगे फैसला
बिहार भाजपा में सुशील मोदी को किनारे लगा दिया गया है. मंत्रिमंडल के गठन में जातिगत समीकरण को लेकर भी मंथन चल रहा है. पार्टी में दो उप मुख्यमंत्री बनाने की कवायद चल रही है. तारा किशोर प्रसाद और रेनू कुमारी उप मुख्यमंत्री पद के लिए प्रबल दावेदार हैं. तारा किशोर मंत्रिमंडल में शपथ लेने की बात तय है, लेकिन रेनू देवी को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है. वहीं संभावना इस बात की है कि उप मुख्यमंत्री के तौर पर एक अगड़ी जाति के नेता को आगे किया जाए, लेकिन इस पर अंतिम फैसला गृह मंत्री अमित शाह के आने के बाद ही किया जाएगा.
कई युवाओं को दी जाएगी जगह
सुशील मोदी के बाद पार्टी नंदकिशोर यादव और प्रेम कुमार का भी पार्टी पर कतरना चाहती है. बिहार में पार्टी कैसे स्वाबलंबी हो इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व युवा चेहरे की तलाश में है. मंत्रिमंडल में कई युवा चेहरे को जगह मिलने की संभावना है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज दोपहर पहुंचेंगे और मंत्रिमंडल सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा. वहीं अनुमान लगाया जा रहा है कि नंदकिशोर यादव, विनोद नारायण झा और अमरेंद्र प्रताप सिंह में किसी एक को विधानसभा का अध्यक्ष बनाया जा सकता है.