पटना: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जल जीवन हरियाली अभियान को लेकर यात्रा कर रहे हैं. 19 जनवरी को पूरे बिहार में मानव श्रृंखला भी बनाएंगे और उसकी तैयारी भी जोर-शोर से चल रही है. वहीं, महागठबंधन में सहयोगी पार्टी रालोसपा की ओर से उपेंद्र कुशवाहा ने मानव कतार लगाने की घोषणा की है. जिस पर जदयू प्रवक्ता अरविंद निषाद ने तंज कसते हुए कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा के पास कोई मुद्दा नहीं है, तो चर्चा में बने रहने और उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश कर रहे हैं.
24 जनवरी को बनाएंगे मानव कतार
बिहार में चुनाव शुरू होने में भले ही 9 महीने का वक्त है, लेकिन अभी से ही बिहार चुनावी मोड में दिखने लगा है. रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा शिक्षा को लेकर पहले भी कई बार आंदोलन करते रहे हैं. केंद्र में जब मंत्री थे, तब भी बिहार सरकार के खिलाफ आंदोलन करते थे. अब शिक्षा और रोजगार के सवाल पर उन्होंने मानव कतार लगाने की घोषणा की है. 24 जनवरी को उपेंद्र कुशवाहा मानव कतार बनाएंगे, लेकिन उससे पहले बिहार सरकार की ओर से मानव श्रृंखला बनाई जाएगी, जिस पर नीतीश कुमार खुद नजर रख रहे हैं.
'उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश'
मानव श्रृंखला का जवाब कुशवाहा मानव कतार लगाकर देने वाले हैं. वहीं, इसको लेकर जदयू की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया दी गई है. प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा जिस पार्टी में है, उसने 15 साल के शासन में बिहार में शिक्षा का क्या हाल किया ये सब जानते हैं. उपेंद्र कुशवाहा के पास कोई मुद्दा नहीं है तो इसलिए अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए कुछ ना कुछ करते रहने की कोशिश कर रहे हैं.
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'पहले भी फ्लॉप रहा है अभियान'
उपेंद्र कुशवाहा चर्चा में बने रहने के लिए कई तरह के कार्यक्रम करते रहे हैं. अब क्योंकि इस साल चुनाव है इसलिए अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश वो आने वाले दिनों में करेंगे. ये तय है. उसी के तहत 24 जनवरी को वो मानव कतार बनाएंगे. हालांकि भीड़ के मामले में पहले भी कुशवाहा का अभियान फ्लॉप रहा है. अब देखने वाली बात होगी कि इस बार कुशवाहा का कार्यक्रम कितना सफल होता है.