पटना: ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन(AISF) ने पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय मुख्यालय पर पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया. वर्ष 2018-20 के बीएड छात्रों की परीक्षा लेने की मांग को लेकर ये प्रदर्शन किया गया.
बीएड छात्रों की परीक्षा लेने की मांग
प्रदर्शन कर रहे एआईएसएफ के कार्यकर्ताओं ने कहा कि राजभवन ने निर्देश दिया था कि जो भी परीक्षा लंबित हैं उनके तिथि घोषित कर परीक्षा ली जाए. लेकिन राजभवन के आदेश का भी पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय ने मान नहीं रखा अब तक परीक्षा नहीं ली गई. नए छात्रों की परीक्षा की तिथि घोषित की गई हैं लेकिन पुराने छात्रों की अब तक परीक्षा नहीं ली गई.
आने वाले समय में उग्र आंदोलन की चेतावनी
जब राजभवन के निर्देश का पालन नहीं होता तो किसी के कहने से क्या होगा. हम अपने प्रदर्शन के माध्यम से पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय प्रशासन को यह चेतावनी देते हैं कि अगर जल्द से जल्द परीक्षा नहीं ली गई तो आने वाले समय में हम उग्र आंदोलन करेंगे और आने वाले समय में अगर कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदारी पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय , राजभवन और बिहार सरकार की होगी.
किसान विरोधी काले कानून के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन
दूसरी ओर पटना कॉलेज गेट पर भी छात्रों ने जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि किसान विरोधी काले कानून के खिलाफ अन्नदाता आज सड़कों पर हैं.
अन्नदाता की मांग को लेकर प्रदर्शन
सरकार उनसे बात करने के बजाय अपनी दमनकारी नीति चला रही है. देश में जारी किसान आंदोलन के समर्थन में और किसानों पर हुए हमले के खिलाफ ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन एआईएसएफ ने पटना विश्वविद्यालय से पटना कॉलेज तक मशाल जुलूस निकाला. छात्रों ने कहा कि किसानों पर जिस तरीके से हमले हुए हैं वह सरासर गलत है. हम सभी छात्र अपने देश के किसानों के साथ हैं.
किसान विरोधी काले कानून को वापस लेने की मांग
छात्रों ने आगे कहा कि सरकार सिर्फ कॉरपोरेट घरानों के लिए सब कुछ निछावर कर सकती है लेकिन किसानों के लिए कुछ नहीं कर रही. हम सरकार को अपने प्रदर्शन के माध्यम से यह जताना चाहते हैं कि सरकार किसानों से जल्द वार्ता कर किसान विरोधी काले कानून को वापस ले अन्यथा यह आंदोलन और तेज होगा.