पटना: बिहार में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा किया गया दावा खोखला साबित हो रहा है. यहां की आबोहवा में दिल्ली की तरह जहर घुलता जा रहा है और सरकार मुकदर्शक बनी बैठी है. लगातार वायु प्रदूषित होने से देखते ही देखते पटना का एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के पार हो गया, जिससे अब राजधानी के लोग जहरीली हवा में सांस लेने के लिए मजबूर हैं. देखा जाए तो प्रदूषण के मामले में दिल्ली के बाद पटना ने अपना नाम दर्ज करा लिया है.
इको पार्क का एक्यूआई 425: पटना के इको पार्क के पास एयर क्वालिटी इंडेक्स 425 तक पहुंच गया है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लगातार यह दावे कर रही है कि पटना की हवा को शुद्ध रखने के लिए तमाम उपाय किए जा रहे है, लेकिन बावजूद इसके एयर क्वालिटी इंडेक्स में इजाफा हो रहा है. लगातार यहां की हवा में धूल कण की मात्रा बढ़ती चली जा रही है.
नगर निगम कर रहा पानी का छिड़काव: प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए नगर निगम के द्वारा पटना की सड़कों पर लगातार पानी का छिड़काव किया जा रहा है. नगर निगम ने तीन शिफ्ट में यह काम करने का दावा किया है, बावजूद इसके एयर क्वालिटी इंडेक्स में कमी नहीं हो रही है. हवा में धूलकण की मात्रा मानक से पांच गुणा ज्यादा हो गई है. यही कारण है कि हवा प्रदूषित हो रही है और लोग जहरीली हवा, सांस के रूप में ले रहे हैं.
प्रदूषण में दिल्ली के बाद पटना: एक तरफ जहां दिल्ली में प्रदूषण ने भयावह रूप ले लिया है तो वहीं पटना के भी कई शहर प्रदूषण की मार झेल रहे हैं. सरकार कुछ भी दावा कर ले, लेकिन राजधानी पटना के हवा की सेहत में कोई सुधार नहीं हो रहा है. यही कारण है कि राजधानी पटना के लोग अब देश की राजधानी दिल्ली के बाद सबसे ज्यादा प्रदूषित हवा, सांस के रूप में लेने को मजबूर है.
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