पटना: बिहार में लॉकडाउन-4 (Lockdown-4) लागू है. जिसमें दुकानों को अब सुबह 6 से दोपहर 2 बजे तक खोलने का अनुमति है. साथ ही सरकारी कार्यालय को भी 25 प्रतिशत की उपस्थिति के साथ शाम 4 बजे तक खोला गया है. लेकिन सरकार के दिशा निर्देशों को दरकिनार कर लोग तय समय के बाद धड़ल्ले से सड़कों पर गाड़ियां दौड़ा रहे हैं. नतीजतन शुक्रवार को राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 102 पर पहुंच गया.
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लॉकडाउन-4 में राजधानी पटना में गाड़ियों के परिचालन में बढ़ोतरी होने से सीधा असर पर्यावरण पर हुआ है. राजधानी की हवा की सेहत फिर से एक बार बिगड़ने लगी है. हालांकि लॉक डाउन ने पटना की हवा को शुद्ध किया है और अब पटनावासी को शुद्ध हवा मिल रही है. लेकिन लॉकडाउन-4 में मिली छूट के अनुचित उपयोग से सीधा असर पर्यावरण पर हुआ है.
वायु गुणवत्ता सूचकांक पहुंचा 102
बता दें कि लॉकडाउन के शुरुआती दौर में यानी मई के दूसरे हफ्ते में पटना का एयर क्वालिटी इंडेक्स गिरकर 63 तक पहुंच गया था. लेकिन अब पटना का एयर क्वालिटी इंडेक्स 102 तक पहुंच गया है. निश्चित तौर पर अब सड़क पर चलने वाले वाहन का असर भी दिखने लगा है.
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आमतौर माना जाता है कि एयर क्वालिटी इंडेक्स अगर 100 से पार होता है तो मानव जीवन के लिए सांस लेने की शुद्ध हवा नहीं होती है. लॉकडाउन में जिस तरह जून के पहले सप्ताह में ढील दी गयी है और जो हालात अभी दिख रहे हैं. उससे स्पष्ट है कि अनलॉक होने के बाद फिर से एक बार पिछले साल की तरह ही राजधानी में हवा के प्रदूषण का स्तर बढ़ेगा, जो कि पटना वासियों के लिए अच्छा नहीं है.