पटना: ठंड की दस्तक के साथ ही राजधानी पटना सहित बिहार के कई जिलों में वायु प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है. भले ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कुछ भी दावा कर रही हो लेकिन हवा में धूलकण की मात्रा लगातार बढ़ रही है और यही कारण है कि एयर क्वालिटी इंडेक्स में इजाफा हो रहा है. राजधानी पटना के इको पार्क स्थित वायु प्रदूषण मापक यंत्र में आज का एयर क्वालिटी इंडेक्स 287 है. वहीं हवा में पीएम 10 की मात्रा बढ़कर 254 से भी ज्यादा हो गई है.
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पटना में हवा हो रही है जहरीली: राजधानी पटना के सभी वायु प्रदूषण मापक यंत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स 270 से भी ज्यादा है. वही पटना के समानपुरा में जो यंत्र लगा है. उसमें एयर क्वालिटी इंडेक्स 325 दिख रहा है. राजधानी पटना में लगातार वायु प्रदूषण के स्तर बढ़ते चले जा रहे हैं. ऐसे में सरकारी तंत्र के द्वारा किए जा रहे दावे की पोल खुल गई है. राजधानी पटना में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एयर क्वालिटी इंडेक्स में सुधार लाने के लिए तमाम प्रयास किए है लेकिन उसका कोई नतीजा नहीं दिख रहा है.
प्रदूषण बढ़ने के हैं कई कारण: राजधानी पटना में जहां-तहां निर्माण कार्य चल रहा है इसके कारण छोटे छोटे घूलकण ज्यादा मात्रा में हवा में फैल रहे हैं. इसी कारण वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता चला जा रहा है. ऐसे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड या नगर निगम दोनों मिलकर सड़क के किनारे पानी का फागिंग कर धूलकण की मात्रा को कम करनी चाहिए.
क्या है एयर क्वालिटी इंडेक्सः बता दें कि एक्यूआई (Air Quality Index) 50 के नीचे हो तो हवा सबसे अच्छी होती है. 50 से 100 के बीच संतोषजनक और 100 से ऊपर जाने पर इसे प्रदूषित माना जाता है. 100-200 के बीच एक्यूआई को संतुलित, 200-300 के बीच खराब, 300-400 तक बहुत खराब और 400 से ऊपर खतरनाक स्तर होता है. एक्यूआई जितना ज्यादा होगा, लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां ज्यादा होने लगेंगी.
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