भागलपुर : 15 अप्रैल को सुल्तानगंज के अजगैबीनाथ गंगा घाट पर नहाने के दौरान अपने भाई और दोस्त को बचाने में खुद डूबे सॉफ्टवेयर इंजीनियर सोमेन कुमार का शव हादसे के 30 घंटे बाद बरामद किया गया. इसके लिए एसडीआरएफ की टीम ने 2 दिन से रेस्क्यू ऑपरेशन चला रखा था.
एसडीआरएफ के एसआई प्रह्लाद सिंह के नेतृत्व में किए गए रेस्क्यू के दौरान जहाज घाट और निर्माणाधीन पुल के बीच श्मशान घाट के पास गंगा नदी में बहते हुए सोमेन का शव बरामद हुआ. इससे पहले सोमवार को साढ़े नौ बजे के करीब हुए इस हादसे की दोपहर एसडीआरएफ की कार्रवाई शुरू हो गई थी.
कड़ी मशक्कत के बाद मिला शव
सोमवार दोपहर करीब 3 बजे शव की तलाश शुरू कर दी गई थी, जो की देर शाम तक चली. फिर से मंगलवार की सुबह 6:45 में रेस्क्यू कार्रवाई शुरू की गई, और शाम पांच बजे तक शव बरामद कर लिया गया. एसआई ने बताया कि सोमेन के शरीर पर कपड़ा नहीं होने के कारण ढूंढने में परेशानी हो रही थी.
बुझा घर का इकलौता चिराग
सोमेन का शव मिलते ही गंगा किनारे लोगों की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई. उधर पटना से आए मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. मां अंजलि रानी और बहन मून को विश्वास नहीं हो रहा था कि उसके घर का इकलौता चिराग हमेशा-हमेशा के लिए बूझ गया. इकलौते बेटे की मौत से परिवार का रो-रोकर बूरा हाल हो गया. वहीं, शव के पोस्टमार्टम और कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद घरवालों को सौंप दिया गया.