पटनाः मसौढ़ी अनुमंडल कार्यालय के कई महत्वपूर्ण दस्तावेज को कूड़े कचरे के ढेर में फेंक (Sub Divisional Office Documents Thrown On Garbage) दिया गया है. अनुमंडल दंडाधिकारी अभिलेखागार में रखे पुराने दस्तावेजों को इस तरह बर्बाद होने को लेकर मसौढ़ी अनुमंडल के सभी अधिवक्ताओं ने कड़ा विरोध जताया है. वहीं अधिवक्ता संघ (Advocates Oppose In Masaurhi) के अध्यक्ष महेंद्र सिंह अशोक ने जिलाधिकारी से बात कर उन सभी दस्तावेजों को सुरक्षित और संरक्षित करने की मांग की है. ताकि वक्त आने पर किसी पुराने अभिलेख की जरूरत होने पर वकीलों को मुहैया कराई जा सके.
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दरअसल अनुमंडल दंडाधिकारी अभिलेखागार में रखे बहुत ही पुराने दस्तावेज जो 145, 144, 133, 147, 188 धारा से संबंधित विभिन्न मामलों के वाद के निपटारा से जुड़े हैं. कूड़े कचरे के ढेर में तब्दील हो गए हैं. कुछ महीने पहले अभिलेखागार के डेंटिंग पेंटिंग के वक्त उसे वहां के कर्मचारियों ने कूड़े के ढेर में फेंक दिया था, जिसको लेकर मसौढ़ी अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष महेंद्र सिंह अशोक ने विरोध जताया है और जिलाधिकारी से इस पर कार्रवाई की मांग की है.
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बताया जाता है कि धारा 144,145, 188, 133 से संबंधित वाद निपटारे से संबंधित दस्तावेज डिक्री से संबंधित दस्तावेज हैं, जो महत्वपूर्ण होते हैं, उन सभी पुराने अभिलेखों को सुरक्षित रखना बेहद जरूरी होता है. क्योंकि पुराने अभिलेखों की अगर किसी मुवक्किल को जरूरत हो जाए, तो उसकी फोटो कॉपी दी जा सके. अधिवक्ता संघ के महासचिव विश्वनाथ प्रसाद यादव ने कहा है कि यह सरासर गलत है, इसकी जांच होनी चाहिए. किसके आदेश पर महतवपूर्ण अभिलेख फेके गए, इससे आम जनता को भारी क्षति होगी.
इस मामले में जब पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर प्रसाद सिंह से टेलीफोन के माध्यम से बातचीत की गई, तो उन्होंने कहा कि इसकी जांच करवाते हैं, मसौढ़ी एसडीएम से बात कर इसका हल निकाला जाएगा.
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