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Liquor ban in Bihar: शराब तस्करी पर रोक लगाने के लिए पुलिस की नजर राज्य से बाहर बैठे माफिया पर, अबतक 29 गिरफ्तार

बिहार में साल 2016 से शराबबंदी कानून लागू है. इसके बावजूद अवैध तरीके से शराब की खरीद-बिक्री का सिलसिला थम नहीं रहा है. बिहार पुलस के आंकड़ों पर गौर करें तो इस साल अब तक पांच लाख लीटर अंग्रेजी शराब जब्त हो चुकी है. पढ़ें पूरी खबर

जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, बिहार पुलिस मुख्यालय
जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, बिहार पुलिस मुख्यालय
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Published : Jul 8, 2023, 3:37 PM IST

जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, बिहार पुलिस मुख्यालय

पटना: बिहार में शराब माफिया पर नकेल कसने के लिए बिहार पुलिस के साथ मद्य निषेध की टीम लगातार कार्रवाई करती नजर आ रही है. इस बीच, पुलिस और उत्पाद विभाग की नजर देश में बनी अंग्रेजी शराब पर है. इसी कड़ी में 2023 के जनवरी से लेकर जून तक 5,23,671 लीटर विदेशी शराब बरामद की गयी. वहीं 124 ट्रकों को पकड़ा गया है. 171 चार पहिया वाहन पकड़े गए हैं. वहीं 58 मोटरसाइकिल को भी पुलिस ने शराब के साथ जब्त किया है.

इसे भी पढ़ेंः Bihar News: शराबबंदी वाले बिहार में जहरीली शराब से मरने वाले 38 लोगों के आश्रितों को मिलेगा 4-4 लाख मुआवजा

बिहार से बाहर हुई गिरफ्तारीः इस दौरान 371 व्यक्ति गिरफ्तार किए गए. बिहार के साथ-साथ देश के अन्य राज्यों से भी शराब माफिया की गिरफ्तारी की गई है. जिसमें हरियाणा से 15, राजस्थान से 3, दिल्ली से 1, पश्चिम बंगाल से 1 और झारखंड से 9 यानी कुल 29 व्यक्तियों को बिहार के बाहर से गिरफ्तार किया गया है. ये सभी बिहार में लगातार शराब की खेप भेजा करते थे.

"मद्य निषेध विभाग के द्वारा लगातार शराब माफिया पर कार्रवाई की जा रही है. मद्य निषेध नीति को सफल बनाने के लिए पुलिस के द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है. पुलिस विभाग, उत्पाद विभाग द्वारा लगातार बड़े-बड़े शराब माफिया को टारगेट कर उन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है."- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, बिहार पुलिस मुख्यालय

29 शराब तस्करों की गिरफ्तारी: वर्ष 2023 की पहली छमाही में 2021 की तुलना में 65 फीसदी अधिक तो 2022 की तुलना में 40 फीसदी अधिक शराब की बरामदगी हुई. बिहार से बाहर यानी अन्य राज्यों के 29 बड़े शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया. इसमें हरियाणा राजस्थान, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और झारखंड के तस्कर शामिल हैं.

बिहार में 2016 से शराबबंदी कानून: बता दें कि बिहार में 2016 से शराबबंदी लागू है. सरकार विभिन्न मौकों पर इस कानून में संशोधन भी करती रही है. ऐसे में सरकार और प्रशासन बिहार में कानून को सख्ती से लागू करने का दावा भले करती हो. इसके बावजूद शराबबंदी कानून को तोड़ने के मामले कम नहीं हो रहे हैं.

जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, बिहार पुलिस मुख्यालय

पटना: बिहार में शराब माफिया पर नकेल कसने के लिए बिहार पुलिस के साथ मद्य निषेध की टीम लगातार कार्रवाई करती नजर आ रही है. इस बीच, पुलिस और उत्पाद विभाग की नजर देश में बनी अंग्रेजी शराब पर है. इसी कड़ी में 2023 के जनवरी से लेकर जून तक 5,23,671 लीटर विदेशी शराब बरामद की गयी. वहीं 124 ट्रकों को पकड़ा गया है. 171 चार पहिया वाहन पकड़े गए हैं. वहीं 58 मोटरसाइकिल को भी पुलिस ने शराब के साथ जब्त किया है.

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बिहार से बाहर हुई गिरफ्तारीः इस दौरान 371 व्यक्ति गिरफ्तार किए गए. बिहार के साथ-साथ देश के अन्य राज्यों से भी शराब माफिया की गिरफ्तारी की गई है. जिसमें हरियाणा से 15, राजस्थान से 3, दिल्ली से 1, पश्चिम बंगाल से 1 और झारखंड से 9 यानी कुल 29 व्यक्तियों को बिहार के बाहर से गिरफ्तार किया गया है. ये सभी बिहार में लगातार शराब की खेप भेजा करते थे.

"मद्य निषेध विभाग के द्वारा लगातार शराब माफिया पर कार्रवाई की जा रही है. मद्य निषेध नीति को सफल बनाने के लिए पुलिस के द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है. पुलिस विभाग, उत्पाद विभाग द्वारा लगातार बड़े-बड़े शराब माफिया को टारगेट कर उन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है."- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, बिहार पुलिस मुख्यालय

29 शराब तस्करों की गिरफ्तारी: वर्ष 2023 की पहली छमाही में 2021 की तुलना में 65 फीसदी अधिक तो 2022 की तुलना में 40 फीसदी अधिक शराब की बरामदगी हुई. बिहार से बाहर यानी अन्य राज्यों के 29 बड़े शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया. इसमें हरियाणा राजस्थान, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और झारखंड के तस्कर शामिल हैं.

बिहार में 2016 से शराबबंदी कानून: बता दें कि बिहार में 2016 से शराबबंदी लागू है. सरकार विभिन्न मौकों पर इस कानून में संशोधन भी करती रही है. ऐसे में सरकार और प्रशासन बिहार में कानून को सख्ती से लागू करने का दावा भले करती हो. इसके बावजूद शराबबंदी कानून को तोड़ने के मामले कम नहीं हो रहे हैं.

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