पटना: देश में अलग-अलग आपराधिक घटनाओं से संबंधित आंकड़े राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा जारी किए जाते हैं. 2022 का आंकड़ा लंबे इंतजार के बाद जारी किया गया है. दरअसल राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो राज्यों के सहयोग से आंकड़े जारी करती है. आंकड़ों के जरिए आपराधिक मामलों का इंडेक्स जारी किया जाता है.
हत्या मामले में नंबर 2 पर बिहार: आपराधिक घटनाओं के मामले में देश भर में बिहार और उत्तर प्रदेश की चर्चा होती है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक हत्या की घटना के मामले में उत्तर प्रदेश के बाद बिहार दूसरे स्थान पर है. हत्या के मामले में 2022 में सबसे अधिक प्राथमिकी उत्तर प्रदेश में दर्ज की गई. वहीं दूसरे स्थान पर बिहार रहा. यूपी में कुल 3491 मामले दर्ज हुए तो बिहार में यह आंकड़ा 2930 रहा.
ऐसे जारी होता है आंकड़ा: आईए जानते हैं राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो किस तरीके से आंकड़े जारी करता है. बिहार में राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो काम करता है स्टेट क्राइम ब्यूरो का प्रतिनिधित्व आईजी या डीजी स्तर के पदाधिकारी करते हैं. स्टेट क्राइम ब्यूरो थानों से पुलिस अधीक्षक के जरिए रिपोर्ट मंगवाता है और फिर उसे सूचीबद्ध करने के बाद राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो को प्रेषित किया जाता है.
राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो रिकॉर्ड को सत्यापित करने के बाद प्रकाशित करता है. आपको बता दें कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो भारतीय दंड संहिता और स्थानीय कानून के तहत रजिस्टर्ड क्रीम के आंकड़े जारी करता है.
बिहार में हर रोज 8 हत्या-NCRB Report : पूरे देश में हत्या के मामले में कुल 28522 प्राथमिकी दर्ज हुई. रोजाना हत्या के 78 मामले दर्ज होते हैं. बिहार में हर रोज 8 हत्या की घटना दर्ज की जा रही है.
सबसे शांत राज्य सिक्किम: उत्तर पूर्व के राज्यों में हत्या की घटना काफी कम दर्ज की गई. सबसे शांत राज्य सिक्किम है, जहां सिर्फ नौ हत्या की घटना हुई तो नागालैंड में 21, मिजोरम में 31, गोवा में 44 और मणिपुर में 47 घटना दर्ज की गई.
पटना हॉटस्पॉट बना: हत्या के मामले में पटना हॉटस्पॉट बना हुआ है. हाल के कुछ वर्षों में पटना में हत्या की घटना में वृद्धि हुई है. 1 वर्ष के दौरान पटना में 107 हत्या की घटना हुई है.
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