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साढ़े तीन लाख बिहारियों के समस्या का समाधान, दिल्ली कंट्रोल रूम से रखी जा रही पैनी नजर

राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली स्थित बिहार भवन में नियंत्रण कक्ष बनाया गया है. जहां, अब तक 3,54,345 व्यक्तियों के समस्याओं पर कार्रवाई की गई है. नियंत्रण कक्ष में कॉल्स, फैक्स, इंटरनेट और ईमेल की सुविधा है. इसमे तीन पालियों में पदाधिकारियों और कर्मियों की नियुक्ति की गयी है.

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Published : Apr 1, 2020, 11:55 PM IST

new delhi
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नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संभावित फैलते संक्रमण के मद्देनजर देश भर में लॉक डाउन है. इसके कारण विभिन्न राज्यों में बिहार के प्रवासी श्रमिक फंसे हैं. जिन्हें सहयोग और सहायता पहुंचाने के लिए नई दिल्ली के बिहार भवन में नियंत्रण कक्ष स्थापित की गई है.

आज संध्या 6 बजे तक 6,172 फोन कॉल्स आए. जबकि व्हाट्सएप और अन्य माध्यमों से 1,017 सूचनाएं प्राप्त हुई. गूगलडॉक संपर्क प्रणाली के द्वारा 14,066 आवेदन प्राप्त हुए हैं. नियंत्रण कक्ष द्वारा 3,54,345 व्यक्तियों की समस्याओं पर कार्रवाई की गई है. बिहार के लोग देश के विभिन्न जगहों पर फंसे हुए हैं. उनके लिए आयुक्त विपिन कुमार संबंधित राज्य सरकारों और जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर रहे हैं. इसके जरिए भोजन, आवासन और चिकित्सा की आवश्यक व्यवस्था की जा रही है.

मजदूरों के लिए लगातार काम कर रही सरकार
आयुक्त विपिन कुमार के मुताबिक समस्याओं पर संबंधित राज्यों के वरीय पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित किया जा रहा है. इसके साथ ही त्वरित और उचित कार्रवाई की गई है. इसके तहत कई स्थानों से अनुपालन प्रतिवेदन भी प्राप्त हुआ है. बिहार सरकार लाखों प्रवासियों के बुनियादी सहयोग और सहायता के लिए युद्धस्तर पर कार्य कर रही है.

कॉल्स, फैक्स, इंटरनेट और ईमेल की सुविधा
बता दें कि बिहार भवन में नियंत्रण कक्ष (011-23792009, 011-23014326, 011-23013884) स्थापित किया गया है. जिसमें कॉल्स, फैक्स, इंटरनेट और ईमेल की सुविधा है. इसमे तीन पालियों में पदाधिकारियों और कर्मियों की नियुक्ति की गयी है.

श्रमिकों का सहयोग सरकार की प्राथमिकता
नियंत्रण कक्ष के तीन टेलीफोन नम्बरों पर दस हंटिंग लाइन भी चालू किया गया है. जिससे सारे फोन निर्बाध रूप से काम करते रहें. वहीं, फोन करने वालों को तकनीकी परेशानी का सामना करना न पड़े.आयुक्त विपिन कुमार ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों का सहयोग करना बिहार सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसके लिए संपूर्ण तंत्र पूर्णतः सक्रिय और प्रतिबद्ध है.

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संभावित फैलते संक्रमण के मद्देनजर देश भर में लॉक डाउन है. इसके कारण विभिन्न राज्यों में बिहार के प्रवासी श्रमिक फंसे हैं. जिन्हें सहयोग और सहायता पहुंचाने के लिए नई दिल्ली के बिहार भवन में नियंत्रण कक्ष स्थापित की गई है.

आज संध्या 6 बजे तक 6,172 फोन कॉल्स आए. जबकि व्हाट्सएप और अन्य माध्यमों से 1,017 सूचनाएं प्राप्त हुई. गूगलडॉक संपर्क प्रणाली के द्वारा 14,066 आवेदन प्राप्त हुए हैं. नियंत्रण कक्ष द्वारा 3,54,345 व्यक्तियों की समस्याओं पर कार्रवाई की गई है. बिहार के लोग देश के विभिन्न जगहों पर फंसे हुए हैं. उनके लिए आयुक्त विपिन कुमार संबंधित राज्य सरकारों और जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर रहे हैं. इसके जरिए भोजन, आवासन और चिकित्सा की आवश्यक व्यवस्था की जा रही है.

मजदूरों के लिए लगातार काम कर रही सरकार
आयुक्त विपिन कुमार के मुताबिक समस्याओं पर संबंधित राज्यों के वरीय पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित किया जा रहा है. इसके साथ ही त्वरित और उचित कार्रवाई की गई है. इसके तहत कई स्थानों से अनुपालन प्रतिवेदन भी प्राप्त हुआ है. बिहार सरकार लाखों प्रवासियों के बुनियादी सहयोग और सहायता के लिए युद्धस्तर पर कार्य कर रही है.

कॉल्स, फैक्स, इंटरनेट और ईमेल की सुविधा
बता दें कि बिहार भवन में नियंत्रण कक्ष (011-23792009, 011-23014326, 011-23013884) स्थापित किया गया है. जिसमें कॉल्स, फैक्स, इंटरनेट और ईमेल की सुविधा है. इसमे तीन पालियों में पदाधिकारियों और कर्मियों की नियुक्ति की गयी है.

श्रमिकों का सहयोग सरकार की प्राथमिकता
नियंत्रण कक्ष के तीन टेलीफोन नम्बरों पर दस हंटिंग लाइन भी चालू किया गया है. जिससे सारे फोन निर्बाध रूप से काम करते रहें. वहीं, फोन करने वालों को तकनीकी परेशानी का सामना करना न पड़े.आयुक्त विपिन कुमार ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों का सहयोग करना बिहार सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसके लिए संपूर्ण तंत्र पूर्णतः सक्रिय और प्रतिबद्ध है.

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