पटना: कई साल से एक ही थाने में जमकर मलाई काट रहे 800 पुलिसकर्मियों को बिहार पुलिस मुख्यालय ने इधर से उधर कर दिया है. इन 800 पुलिस कर्मियों को अलग अलग जोन में तैनाती दी गई है. माना जा रहा है पीएचक्यू ने इस कार्रवाई को अपराध को नियंत्रित करने के लिए किया है.
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पटना में 800 पुलिसकर्मी इधर से उधर: पुलिस मुख्यालय को ऐसे पुलिसकर्मियों की सूची आ चुकी थी जो कि कई साल से एक ही थाने पर रहकर ड्यूटी बजा रहे थे. कई बार इन पुलिसकर्मियों का तबादला भी किया गया लेकिन रसूख और पहुंच के चलते वो उसी थाने में अड्डा जमा चुके थे. हालांकि, पुलिस मुख्यालय को ऐसे पुलिसकर्मियों को अलग-अलग जोन में तैनात देकर बड़ा उलटफेर किया है.
गठजोड़ पर पीएचक्यू की गाज : बता दें कि पटना में कई थाना क्षेत्रों में बढ़ते अपराध को काबू में लाने के लिए बिहार पुलिस मुख्यालय को ये कार्रवाई करनी पड़ी. इससे माफियाओं का गठजोड़ टूटेगा और पुलिसिंग में आसानी होगी. पुलिस मुख्यालय सूत्रों का मानना है कि इधर से उधर करने पर इन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी करने के तरीके पर नजर रखी जा सकेगी.
ये काम पहले क्यों नहीं किया? : सवाल ये भी उठ रहे हैं कि जब पुलिस मुख्यालय को पता था कि 800 पुलिसकर्मी साठ-गांठ करके सालों से जमे हुए हैं तो इन्हें वो पहले से क्यों नहीं हटा पाए. क्या पुलिस मुख्यालय के पास ऐसी कोई व्यवस्था नहीं जिससे वो ऐसे पुलिसकर्मियों की गतिविधियों पर नजर बनाए रख सकें. जब पानी सिर से ऊपर होता है तभी क्यों पीएचक्यू एक्टिव होता है.
इधर से उधर करने से मिलेगा फायदा? : फिलहाल पूरे प्रकरण पर पुलिस मुख्यालय की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है. इससे इंकार नहीं किया जा सकता है कि इतनी बड़ी तादात में पुलिसकर्मियों का दबादला होने से पुलिस मुख्यालय को अपराधी-पुलिसकर्मियों के 'कथित गठजोड़' को तोड़ा जा सकेगा.