पटनाः आपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ संबंधित आंकड़ा जारी करते हुए बताया कि कुल 16 जिलों में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हुई है. जिसमें सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, खगड़िया, समस्तीपुर, सिवान, मधुबनी, मधेपुरा, सहरसा और सारण जिले शामिल हैं.
- बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या 63,60,424
इन 16 जिलों में 129 प्रखंड बाढ़ से प्रभावित हैं. इनमें कुल 1,152 प्रभावित पंचायतों की संख्या है. इन जिलों में प्रभावित लोगों की संख्या 63,60,424 है. वहीं, निस्क्रमिट जनसंख्या 44,0507 है. यहां कुल 17 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. - 1 हजार 385 सामुदायिक रसोई की व्यवस्था
राहत शिविरों में रहने वाले कुल 17, 916 लोग हैं. वहीं, बिहार सरकार के सहयोग से आपदा विभाग के जरिए कुल 16 जिलों में 1,385 सामुदायिक रसोई चलाया जा रहा है. जिसमें 9,52,481 लोग रोजाना भोजन कर रहे हैं. - बाढ़ से 19 लोगों की मौत
आपदा विभाग के आंकड़े के अनुसार बाढ़ से 19 लोगों की मौत हुई है. जिसमें दरभंगा में 3, पश्चिम चंपारण में 4, सिवान में दो और मुजफ्फरपुर में 6 लोगों की मौत हुई है. वहीं 20 जानवरों की भी मौत हुई है. - विभाग को पूरी तरह तैयार रहने का निर्देश
बाढ़ के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश जारी किया है. आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री लक्ष्मेश्वर राय की मानें तो विभाग बाढ़ को लेकर सचेत है. बिहार के संभावित 14 जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 33 टीमों की तैनाती की गई है. - सीएम खुद कर रहे बाढ़ की मॉनिटरिंग
आपदा मुख्यालय में कुछ टीमों को रिजर्व में रखा गया है. जरूरत के हिसाब से इन्हें भी प्रभावी जिले में भेजा जाएगा. आपदा विभाग के मुताबिक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद अपने आवास से बाढ़ की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और लगातार अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर रहे हैं. - ऊंचे स्थानों को किया गया चिह्नित
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ऊंचे स्थल का निरीक्षण कर उन्हें चिह्नित कर लिया गया है. जरूरत के हिसाब से लोगों को राहत शिविर पहुंचाया जा रहा है. आपदा प्रबंधन विभाग की मानें तो विभाग बाढ़ को लेकर अलर्ट है. - सोशल डिस्टेंस का रखा गया है ख्याल
आपदा विभाग के अनुसार कोविड-19 के मद्देनजर सोशल डिस्टेंस के तहत राहत शिविरों में लोगों को रखा जा रहा है. महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की अलग व्यवस्था की गई है. सभी राहत शिविरों में मास्क और सेनिटाइजर की व्यवस्था राज्य सरकार की तरफ से की गई है.