पटना: राजधानी पटना में कोरोना से बढ़ते मामलों के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है. कोरोना पर लगाम लगाने के लिए राज्य सरकार भले ही लॉकडाउन का सहारा ले रही है. लेकिन स्वास्थ्य व्यवस्था बद से बदतर हो गई है. ऐसा ही एक मामला पटनासिटी के मालसलामी इलाके में देखने को मिला. जहां 55 वर्षीय महिला कोरोना से संक्रमित पाए जाने पर होम क्वारंटाइन में रहकर इलाज करा रही थी. लेकिन बीते 20 जुलाई के अहले सुबह करीब उसकी मृत्यु हो गई.
14 घंटे बाद पहुंची एम्बुलेंस
महिला की मौत के बाद परिवार के अन्य सदस्य कोरोना संक्रमण के डर से घर से बाहर निकल गए. वहीं सुबह होते ही परिजन और स्थानीय लोगों ने सिटी अनुमंडलाधिकारी राजेश रौशन, स्थानीय मालसलामी थाना और एनएमसीएच अस्पताल में सूचना दी. लेकिन सुबह से शाम हो गया फिर भी किसी ने शव हटाने की सुध नहीं ली. इसके बाद स्थानीय लोगों में कोरोना संक्रमण फैलने की डर से लचर व्यवस्था के खिलाफ काफी आक्रोश था. काफी देर तक जद्दोजहद करने के बाद करीब 14 घंटे के बाद शव को लेने एम्बुलेंस पहुंची, उसके बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली.
स्थानीय लोगों ने किया वीडियो वायरल
अब इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना के प्रति स्वास्थ्य विभाग कितना जागरूक है. राजधानी पटना में शव को हटाने के लिए करीब 14 घंटे लग गए. अगर ये हाल बिहार की राजधानी पटना का है, तो गांवो में स्वास्थ्य व्यवस्था भगवान भरोसे होगा. यह कहना कहीं से गलत नहीं होगा. यह वायरल वीडियो बहुत कुछ बया करता है. जहां स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य विभाग की लचर वेवस्था का पोल खोलने के लिए यह वीडियो वायरल किया.
नोट- ईटीवी भारत इस वीडियो की सत्यता को प्रमणित नहीं करता है.