पटना: विधान परिषद चुनाव से पहले आरजेडी में बड़ी टूट देखने को मिल रही है. पार्टी 5 एमएलसी ने जेडीयू का दामन थाम लिया है. इसमें राधाचरण साह, दिलीप राय, संजय प्रसाद, रणविजय सिंह और कमरे आलम का नाम शामिल है. सभी ने मुख्यमंत्री आवास में सीएम नीतीश कुमार के सामने जेडीयू ज्वाइन किया.
इस साल बिहार में विधानसभा के चुनाव होने हैं. उससे पहले नेताओं के दल-बदल का सिलसिला शुरू हो गया है. पिछले दिनों जेडीयू के नेता भी पाला बदल कर आरजेडी में शामिल हो गए हैं. आगामी 7 जुलाई को विधान परिषद की 9 सीटों पर चुनाव होने वाले हैं. पाला बदलने वाले सभी विधान परिषद पहले से ही तेजस्वी यादव और पार्टी के खिलाफ बयानबाजी करते रहे हैं.
आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी का बयान
विधान पार्षदों की दल-बदल पर आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि उन्हें फिलहाल इसकी कोई जानकारी नहीं है. लेकिन, अगर ऐसा हुआ है तो कोई हैरानी की बात नहीं है. मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि एनडीए लोकतंत्र का गला घोटने में माहिर है. महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में भी बीजेपी ने ऐसा ही किया था. अब अगर जेडीयू की मदद से बिहार में ऐसा कर रही है तो कोई चौंकने वाली बात नहीं है.
वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद ने भी दिया इस्तीफा
बता दें कि मंगलवार को आरजेडी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने इस्तीफा दे दिया है. दरअसल, रामा सिंह के पार्टी में शामिल होने की अटकलों को लेकर रघुवंश प्रसाद नाराज हैं. चुनावी साल में 5 एमएलसी और वरिष्ठ नेता के इस्तीफे से आरजेडी को बड़ा झटका लगेगा.