पटना: बिहार में कोरोनावायरस का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. राजधानी पटना में भी रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. इसको देखते हुए बिहार सरकार ने रैपिड किट के जरिए टेस्ट कराने का फैसला लिया है. प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 40,000 रैपिड किट भेजे जा रहे हैं.
बिहार में हर रोज 9,500 कोरोना सैम्पल की जांच की जा रही हैं. सरकार ने इसे 10,000 तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. वहीं स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि बिहार के अलग-अलग जिलों में 40,000 रैपिड किट भिजवा दी गई है. उन्होंने कहा कि रैपिड किट के जरिए आधे घंटे में जांच रिपोर्ट मिल जाएगी.
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ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि हम राज्य में लगातार जांच का दायरा बढ़ा रहे हैं. 50 बिंदुओं पर जांच की व्यवस्था की जा चुकी है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बहुत से लोग बिना किसी चिकित्सक के रेफर के बड़े अस्पतालों में चले जाते हैं और वहां हल्ला मचाते हैं. चिकित्सक कोरोना पॉजिटिव मरीजों को उनके सिम्टम्स के हिसाब से अस्पताल में रेफर करते हैं. वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अगर जरूरी होता है तभी उन्हें आइसोलेशन सेंटर के बजाय बड़े अस्पतालों में भेजा जाता है.
'एसी कमरे में बैठकर सिर्फ ओपिनियन देते हैं'
इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने तेजस्वी यादव पर भी हमला बोला. दरअसल, तेजस्वी यादव ने कोरोना संकट को देखते हुए बिहार में राष्ट्रपति शासन के विकल्प पर विचार करने का सुझाव दिया था. तेजस्वी यादव के इस बयान पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे बिफर पड़े और कहा कि नेता प्रतिपक्ष गैर जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं. मंगल पांडे ने कहा कि तेजस्वी यादव एसी कमरे में बैठकर सिर्फ ओपिनियन देते हैं. बिहार की जनता से उन्हें कोई लेना देना नहीं है, जब भी बिहार पर संकट आता है. तो वह बिहार के बाहर रहते हैं. बिल्कुल गैर जिम्मेदार नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में तेजस्वी यादव हैं.