पटना: लोक आस्था के महापर्व छठ (Chhath Puja 2022) को लेकर के गंगा किनारे छठ घाटों का निर्माण कार्य काफी तेज गति से किया (Preparation of Chhath Ghat in Patna) जा रहा है. जिला प्रशासन लोगों को छठ घाट पर बेहतर सुविधा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहरा रहा है, लेकिन इसी बीच कई घाटों पर निर्माण कार्य अभी भी काफी अधूरा हैं. इसका प्रमुख वजह है गंगा नदी का में आई बाढ़ का पानी है. जिसके कारण पूजा को लेकर घाटों पर निर्माण कार्य काफी देर से शुरू हुआ.
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दीवारों पर हो रही 3D पेंटिंग: छठ घाट तक पहुंचने में लोगों को आनंद की अनुभूति हो, इसके लिए जिला प्रशासन और पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड छठ घाटों तक पहुंचने वाले रास्ते में जहां भी गंदे पड़े दीवार थे, उन पर व्हाइट पुट्टी पेंटकर ऊपर से 3D पेंटिंग, वॉल पेंटिंग और मधुबनी पेंटिंग (3D Painting On Ganga Ghat) करवा रहा है. पेटिंग सहित घाटों का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है. घाटों की साफ-सफाई को लेकर भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
16 गंगाघाट खतरनाक, कार्य अधूरा: जिला प्रशासन ने 16 गंगाघाट खतरनाक घाटों की सूची में शामिल हैं. जिसमें कलेक्ट्रेट घाट और बांस घाट शामिल है. इन दोनों घाटों के बीच में एकमात्र पहलवान घाट बेहतर स्थिति में है. राजा पुल के आगे मरीन ड्राइव से 3 किलोमीटर आगे जाने पर छठ घाट है, लेकिन यहां का संपर्क पथ अभी तक तैयार नहीं हुआ है. अभी भी संपर्क पथ काफी उबर खाबर है. ऊपर से अभी मिट्टी डालने का काम लगातार जारी है. मरीन ड्राइव से पहलवान घाट तक के संपर्क पथ की स्थित ऐसी है कि गाड़ियों के पहिए मिट्टी में धंस जा रहे हैं. यहां वॉच टावर का निर्माण कार्य भी अधूरा है. अभी भी काम की रफ्तार धीमी है.
ऐसे में अगर यही हाल रहा तो छठ व्रतियों को गंगा घाट तक पहुंचने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. जिला प्रशासन की ओर से सभी छठ घाटों पर महिला छठ व्रतियों के लिए अलग से चेंजिंग रूम बनाया जा रहा है. सुरक्षा के दृष्टिकोण से जगह-जगह वॉच टावर लगाए जा रहे हैं, ताकि भीड़ की मॉनिटरिंग की जा सके.
गंदे दीवार की साफ-सफाई जारी: इधर, अशोक राजपथ से मरीन ड्राइव तक के रास्ते की बात करें तो गंदे दीवारों पर वाइट पेंट हो रहा है. जहां हो गए हैं, वहां आर्टिस्ट खूबसूरत पेंटिंग कर रहे हैं. ऑयल पेंटिंग के माध्यम से मधुबनी पेंटिंग की कारीगरी दिखाई जा रही है तो कहीं पर किसी बच्चे की खूबसूरत तस्वीर मुस्कुराते हुए उकेरी जा रही है. कहीं चहचाहते हुए पक्षियों की तस्वीरें बनाई जा रही है जो देखने पर लोगों की आंखों को एक अलग सुकून का अहसास देगी.
दीवाल पर वाइट पेंट कर रहे पेंटर सत्येंद्र सिंह ने बताया कि रानी घाट समेत कई घाटों पर उन्होंने पेंटिंग का काम पूरा कर लिया है. और आज नहाए खाए के दिन देर रात तक सभी जगहों पर पेंटिंग का कार्य पूरा कर लिया जाएगा. इसके बाद आर्टिस्ट अलग-अलग आकर्षक और खूबसूरत पेंटिंग बनाएंगे, ताकि लोगों को पेंटिंग देखकर एक अलग सुकून का अहसास मिले.