पटना: राज्य में ग्रामीण इलाकों में बाढ़ ( Flood In Bihar ) के कारण सड़कों की भारी क्षति हुई है. खासतौर पर ग्रामीण इलाकों वाले सड़कों की क्षति ज्यादा देखी जा रही है. इसके निर्माण और मरम्मती कार्य के लिए ग्रामीण कार्य विभाग ( Rural Affairs Department ) द्वारा क्षतिग्रस्त सड़कों का आकलन कराया जा रहा है.
विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल के अनुसार, अधिकांश बाढ़ ग्रस्त इलाकों से क्षतिग्रस्त सड़कों की सूची विभाग को उपलब्ध कराई जा चुकी है. जिस पर विभाग कार्यवाही कर रहा है और कई इलाकों में सड़क मरम्मत और निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है.
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पंकज कुमार पाल के अनुसार, राज्य भर में 2121 ग्रामीण सड़कें बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हुई हैं. जिसकी लंबाई तकरीबन 55 हजार किलोमीटर अनुमानित है. विभाग द्वारा सभी डिवीजन के मुख्य कार्यपालक अभियंता और अन्य इंजीनियरों को तत्काल प्रभाव से सड़क मरम्मत और निर्माण कार्य करने का निर्देश दिया गया है.
उन्होंने बताया कि अभी भी दरभंगा, मधुबनी और मुजफ्फरपुर जिलों के कई इलाकों में पानी सड़क से नहीं उतरने के कारण उन इलाकों का सर्वे नहीं हो पाया है. जैसे ही पानी सड़क से उतरेगा क्षतिग्रस्त सड़कों का सर्वे करने वाली टीम स्थल पर पहुंच कर जायजा लेकर विभाग को तत्काल रिपोर्ट देगी.
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गौरतलब है कि राज्य में पंचायत चुनाव होने वाले हैं और बाढ़ ग्रस्त इलाकों में सड़क का कार्य पूर्ण करना विभाग के लिए बड़ी चुनौती है. आयोग द्वारा मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक आसानी से पहुंचने और ईवीएम को ले जाने के लिए ग्रामीण सड़क का ज्यादा प्रयोग करना है. चुनाव के मद्देनजर ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा क्षतिग्रस्त सड़क का निर्माण और मरम्मती कार्य तेजी से किया जा रहा है.
ग्रामीण कार्य विभाग के अनुसार, दरभंगा डिवीजन में कुल 408 सड़क, मोतिहारी डिवीजन में 402 सड़क, मुजफ्फरपुर डिवीजन में 298 सड़क, सीतामढ़ी डिवीजन में 229 सड़क, मधेपुरा डिवीजन में 297 और किशनगंज डिवीजन में 174 सड़कें क्षतिग्रस्त हैं. ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा अब तक 881 क्षतिग्रस्त सड़कों के मरम्मत व निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है. जबकि 670 क्षतिग्रस्त सड़कों पर कार्य किया जा रहा है. वहीं, 570 क्षतिग्रस्त सड़कों में मरम्मत और निर्माण कार्य शुरू होने वाला है.