पटना: राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2021 (National Teacher Award 2021) के लिए इस बार दो शिक्षकों को चुना गया है. बिहार (Bihar) के 2 टीचर को 2021 का राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान (National Teacher Award) दिया जाएगा. बिहार के मधुबनी जिले की चंदना दत्ता और भभुआ के हरिदास शर्मा का राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2021 के लिए चयनित किया गया है. केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के चयनित 44 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. इसमें बिहार के दो शिक्षक शामिल हैं.
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बिहार के चयनित मधुबनी जिले की चंदना दत्ता मधुबनी जिले के एमएस रांती गवर्मेंट स्कूल की शिक्षिका है. वहीं, भभुआ जिले से चयनित हरिदास शर्मा रामगढ़ के आरकेएमएस धारक स्कूल के प्रभारी शिक्षक हैं. बता दें कि इस बार राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2021 के लिए बिहार से इस बार जिन 6 शिक्षकों को चुना गया गया था. जिनमें दो शिक्षकों का चयन किया गया है. केंद्र सरकार ने बुधवार को इसकी सूची जारी की है.
बता दें कि शिक्षा विभाग के निर्देश के मुताबिक सभी शिक्षक 5 अगस्त को विभागीय मुख्यालय में उपस्थित होकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नेशनल ज्यूरी के सामने अपने शिक्षण कार्य और उपलब्धियों की जानकारी दी थी. इस बार कुल 74 शिक्षकों ने ऑनलाइन आवेदन दिया था. इनमें से बिहार से 6 शिक्षकों के नाम राज्य स्तरीय कमेटी ने शिक्षा मंत्रालय को भेजा था. जिसके बाद बिहार के दो शिक्षकों का राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2021 चयन किया गया है. बुधवार को केंद्र सरकार ने इसी सूची जारी है.
बता दें कि इस बार राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2021 के लिए बिहार से इस बार जिन 6 शिक्षकों को चुना गया गया था. इनमें राजकीयकृत मध्य विद्यालय रांटी, मधुबनी की शिक्षिका वंदना दत्त, राजकीयकृत मध्य विद्यालय डरहक रामगढ़ कैमूर के प्रभारी प्रधान शिक्षक हरिदास शर्मा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय बंदरा मुजफ्फरपुर के प्रधान शिक्षक अमरनाथ द्विवेदी, राजकीय मध्य विद्यालय सधुआ रफीगंज औरंगाबाद के प्रधानाध्यापक सुनील राम, जिला स्कूल गया के शिक्षक देवेंद्र सिंह और राजकीयकृत महादेव उच्च माध्यमिक विद्यालय खुसरूपुर पटना की शिक्षिका निशा कुमारी शामिल थी.
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गौरतलब है कि राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए दावेदार शिक्षकों ने 20 जून तक आवेदन किया था. इस बाबात माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने पुरस्कार योजना संबंधी निर्देश भी जारी किया था. उसके अनुसार बच्चों की पढ़ाई, विद्यालय में नवाचार, सामाजिक सहभागिता के लिए सराहनीय कार्यों के आधार पर शिक्षकों को आवेदन करना था. इसके बाद जिलास्तरीय मूल्यांकन समिति शिक्षकों के आवेदन की जांच कर लिस्ट बनाई, जिसकी जांच प्रदेश स्तरीय समिति ने की. प्रदेश भर की सूची शिक्षा मंत्रालय को भेजी गई थी.
यहां उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति सम्मान के लिए शिक्षकों के चयन में शिक्षा के क्षेत्र में नए प्रयोग, बच्चों का जीवनस्तर उठाने के लिए किए गए प्रयास आदि मानक शामिल किए गए हैं. राष्ट्रीय शिक्षक अवॉर्ड के लिए आवेदक के शैक्षणिक के अलावा सामाजिक, एनएसएस, एनसीसी, संस्कृति और समाज के लिए किए गए उल्लेखनीय कामों की जानकारी देना होता है.