पटना: राज्य में कोरोना के खिलाफ सरकार एक्शन मोड़ में है. अधिकारियों को काफी जिम्मेदारी दी गई है. लेकिन कुछ अधिकारी इस महामारी में भी अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. सरकार ने गुरुवार को कोरोना की जंग में सहयोग नहीं करने के आरोप में दो डॉक्टरों पर कार्रवाई करते हुए इन्हें निलंबित कर दिया है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है.
बता दें सत्येंद्र नारायण सिंह जो पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष और प्राध्यापक हैं उन्हें कोरोना सैंपल की जांच का काम सौंपा गया है. इन पर आरोप है कि पीएमसीएच में 130 से अधिक कोरोना सैंपल रहने के बाद भी इन्होंने सिर्फ 3 सैंपल की ही जांच की. जबकि पीएमसीएच के प्रिंसिपल उन्हें बार-बार हिदायत देते रहे कि अधिक से अधिक सैंपल की जांच करें. इतना ही नहीं इन पर आरोप है कि उन्होंने मीडिया के सामने अनर्गल बयान दिए. जिससे सरकार की छवि खराब हुई. जिसके बाद सरकार ने इन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का फैसला किया.
गया के मेडिकल ऑफिसर को किया गया निलंबित
दूसरा मामला गया जिले के बाराचट्टी में मेडिकल अफसर रूप के रूप में तैनात डॉक्टर शिव शंकर झा को लेकर है. उन पर आरोप है कि कोरोना की जांच में वो लगातार लापरवाही बरत रहे थे. सरकार के बार-बार निर्देश के बाद भी यह अपने कार्य को गंभीरता से नहीं कर रहे थे. इसके बाद सरकार ने उनसे स्पष्टीकरण मांगी. लेकिन उन्होंने स्पष्टीकरण में यह साफ नहीं किया कि उनके स्तर पर यह लापरवाही क्यों की जा रही है. जिसके बाद सरकार ने इन्हें भी निलंबित करने का फैसला करते हुए आदेश जारी कर दिया है.