पटना: पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि बिहार के मुखिया को ट्रेनिंग के लिए महाराष्ट्र भेजा जा रहा है. 20 सितंबर को बीस की संख्या में महाराष्ट्र जाएंगे. उन्होंने कहा कि बिहार के प्रतिनिधियों की 180 मुखिया को पहले चरण में ट्रेनिंग मिलेगी. कई ग्रुप बनाकर यह ट्रेनिंग चलेगी. प्रशिक्षण की जानकारी देते हुए कहा कि हम चाहते है कि पंचायत मे कार्य की गति और गुणवत्ता बढ़ाई जाए.
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'बिहार में मुखिया की हड़ताल नहीं है': मिहिर सिंह ने कहा कि बिहार में मुखिया की हड़ताल नहीं है. मुखिया हमारे साथ बैठें हैं. सरकारी खजाने से राशि की निकासी बताती है कि काम रुका नहीं है. दरअसल, पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर सिंह ने पत्रकारों को उस सवाल का जवाब दिया है, जिसमें उनसे पूछा गया कि क्या बिहार में मुखिया हड़ताल पर हैं. सचिव ने कहा कि मुखिया हमारे साथ बैठें हैं. उन्होंने
"देखिये मुखिया हमारे साथ बैठे हैं. पंचायत एक स्वतंत्र इकाई है. हड़ताल उनका अधिकार है. वह डेमोक्रेटिक तरीके से मांग कर रहें हैं लेकिन वे काम कर रहे हैं और अपनी मांग भी रख रहे हैं"- मिहिर सिंह, अपर मुख्य सचिव, पंचायती राज विभाग
दलपति को लेकर क्या बोले अपर मुख्य सचिव?: वहीं, दलपति को पंचायत सचिव बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कई तरह के संघ हैं, जो इस तरह की उगाही कर रहे हैं. उन्होने बताया कि बिहार में 1989 के एक्ट में था कि दलपति ही सेलेक्ट होगा लेकिन बाद में जब 2006 का एक्ट आया तो उसमे 532 लोग पंचायत सचिव के रुप मे सेलेक्ट हुए. ऐसी सूचना को गलत करार देते हुए कहा है कि हाईकोर्ट मे यह चल रहा था. वहां से रिजेक्ट हो गया है. दलपति को कन्फ्यूजन नहीं होना चाहिए. पंचायती राज विभाग अपर मुख्य सचिव मीहिर सिंह ने बताया है कि बिहार में पंचायत सचिव की बहाली बिहार राज्य कर्मचारी आयोग कर रहा है.