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पटना: दस दिवसीय सरस मेला का आगाज, हस्तकला और ग्रामीण उद्यमिता को मिलेगा बढ़ावा

सरस मेले में पहुंचे ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि बिहार में भले ही बड़े उद्योग ना हो लेकिन लघु उद्योगों के कारण सकल घरेलू उत्पाद में बढ़ोतरी हुई हैं. साथ ही, सिल्क और मलमल के कपड़ों के निर्माण में भी वृद्धि हुई है.

पटना सरस मेला
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Published : Sep 4, 2019, 12:31 PM IST

पटना: राजधानी के ज्ञान भवन में हस्तकला और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए मंगलवार को दस दिवसीय बिहार ग्राम सरस मेला का आयोजन किया गया. मेला का उद्घाटन ग्रामीण विकास विभाग मंत्री श्रवण कुमार ने किया. इस बार मेले में 110 स्टॉल लगे हैं. जिसमें 25 जिलों से आईं स्वयं सहायता समूह के जीविका से जुड़ी महिलाओं ने स्टॉल्स लगाया है. वहीं, 10 अन्य राज्यों से आईं ग्रामीण महिला उद्यमियों ने अपना स्टॉल लगाया है.

पटना सरस मेला, saras mela news
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार मेला का भ्रमण करते हुए

ग्रामीण विकास मंत्री ने की उत्पादों की तारीफ
उद्घाटन के बाद ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने मेला परिसर में लगे सभी स्टॉल का भ्रमण किया. ऐसे में उन्होंने ग्रामीण महिला उद्यमियों की ओर से बनाए गए उत्पादों की तारीफ की. उन्होंने कहा कि जीविका से जुड़कर ग्रामीण महिलाएं आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त हो रही हैं. यह मेला ग्रामीण शिल्प और कला को एक मंच देगा. जो विलुप्त हो रही कलाओं और रोजगार से जुड़ी विधाओं को एक बार फिर से जीवित करेगा.

पटना सरस मेला, saras mela news
मेले में लगे स्टॉल्स

लघु उद्योगों से सकल घरेलू उत्पाद में बढ़ोतरी
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि बिहार में भले ही बड़े उद्योग ना हो लेकिन लघु उद्योगों के कारण सकल घरेलू उत्पाद में बढ़ोतरी हुई हैं. इसमें स्वयं सहायता समूह जीविका का बड़ा योगदान है. ऐसे में इसे और बढ़ाने में ग्रामीण विकास विभाग लगातार लगा हुआ है. उन्होंने यह भी बताया कि बिहार में सिल्क और मलमल के कपड़ों के निर्माण में वृद्धि हुई है. पहले हम मलमल के कपड़े आयात करते थे. लेकिन अब उसको निर्यात कर रहे हैं.

10 दिवसीय सरस मेला का हुआ आगाज

उन्होंने कहा कि पिछले साल सरस मेले में एक करोड़ 63 लाख का कारोबार हुआ था. इस बार इससे ज्यादा के कारोबार की उम्मीद है. सरस मेले में एक ही छत के नीचे सभी प्रकार के घरेलू उत्पाद मिल रहे हैं. मेले में प्रवेश भी निशुल्क है.

पटना: राजधानी के ज्ञान भवन में हस्तकला और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए मंगलवार को दस दिवसीय बिहार ग्राम सरस मेला का आयोजन किया गया. मेला का उद्घाटन ग्रामीण विकास विभाग मंत्री श्रवण कुमार ने किया. इस बार मेले में 110 स्टॉल लगे हैं. जिसमें 25 जिलों से आईं स्वयं सहायता समूह के जीविका से जुड़ी महिलाओं ने स्टॉल्स लगाया है. वहीं, 10 अन्य राज्यों से आईं ग्रामीण महिला उद्यमियों ने अपना स्टॉल लगाया है.

पटना सरस मेला, saras mela news
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार मेला का भ्रमण करते हुए

ग्रामीण विकास मंत्री ने की उत्पादों की तारीफ
उद्घाटन के बाद ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने मेला परिसर में लगे सभी स्टॉल का भ्रमण किया. ऐसे में उन्होंने ग्रामीण महिला उद्यमियों की ओर से बनाए गए उत्पादों की तारीफ की. उन्होंने कहा कि जीविका से जुड़कर ग्रामीण महिलाएं आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त हो रही हैं. यह मेला ग्रामीण शिल्प और कला को एक मंच देगा. जो विलुप्त हो रही कलाओं और रोजगार से जुड़ी विधाओं को एक बार फिर से जीवित करेगा.

पटना सरस मेला, saras mela news
मेले में लगे स्टॉल्स

लघु उद्योगों से सकल घरेलू उत्पाद में बढ़ोतरी
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि बिहार में भले ही बड़े उद्योग ना हो लेकिन लघु उद्योगों के कारण सकल घरेलू उत्पाद में बढ़ोतरी हुई हैं. इसमें स्वयं सहायता समूह जीविका का बड़ा योगदान है. ऐसे में इसे और बढ़ाने में ग्रामीण विकास विभाग लगातार लगा हुआ है. उन्होंने यह भी बताया कि बिहार में सिल्क और मलमल के कपड़ों के निर्माण में वृद्धि हुई है. पहले हम मलमल के कपड़े आयात करते थे. लेकिन अब उसको निर्यात कर रहे हैं.

10 दिवसीय सरस मेला का हुआ आगाज

उन्होंने कहा कि पिछले साल सरस मेले में एक करोड़ 63 लाख का कारोबार हुआ था. इस बार इससे ज्यादा के कारोबार की उम्मीद है. सरस मेले में एक ही छत के नीचे सभी प्रकार के घरेलू उत्पाद मिल रहे हैं. मेले में प्रवेश भी निशुल्क है.

Intro:राजधानी पटना के ज्ञान भवन में हस्तकला और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 10 दिवसीय बिहार ग्राम सरस मेला का आयोजन किया जा रहा है. सरस मेला का आज विधिवत उद्घाटन ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री श्रवण कुमार ने किया. सरस मेला में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई जीविका की दीदीया अपने उत्पादों का स्टॉल लगाई हुई हैं. इस बार सरस मेला में 110 स्टॉल लगे हैं जिसमें 25 जिलों कि स्व सहायता समूह से जुड़ी जीविका की दीदीयों और 10 अन्य राज्यों से आई ग्रामीण महिला उद्यमी ने अपने स्टाल लगाए हैं.


Body:सरस मेला के उद्घाटन के बाद ग्रामीण विकास मंत्री बिहार सरकार श्रवण कुमार ने मेला परिसर में लगे सभी स्टॉल का भ्रमण किया. श्रवण कुमार ने ग्रामीण महिला उद्यमियों द्वारा बनाए गए उत्पादों की तारीफ की. उन्होंने कहा कि जीविका से जुड़कर ग्रामीण महिलाएं आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त हो रही है. सरस मेला के माध्यम से ग्रामीण शिल्प एवं कला को एक मंच देते हुए विलुप्त हो रही कलाओं और रोजगार से जुड़ी हुई विधाओं को को पुनर्जीवित करने की अभिलाषा को साकार किया जा रहा है.


Conclusion:उन्होंने कहा कि बिहार में बड़े उद्योग भले ही ना हो लेकिन लघु उद्योगों के कारण सकल घरेलू उत्पाद है वह बढ़ा है. इसमें स्वयं सहायता समूह जीविका का बड़ा योगदान रहा है और इसे बढ़ाने में ग्रामीण विकास विभाग लगातार लगा हुआ है. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष सरस मेला में एक करोड़ 63 लाख का कारोबार हुआ था और इस बार उम्मीद है कि इससे ज्यादा का कारोबार होगा. उन्होंने कहा कि सरस मेले में एक ही छत के नीचे सभी प्रकार के घरेलू उत्पाद मिल रहे हैं. मेले में प्रवेश निशुल्क है. उन्होंने कहा कि बिहार में सिल्क और मलमली के कपड़ों के निर्माण में वृद्धि हुई है. पहले मलमली हम लोग आयात करते थे अब निर्यात कर रहे हैं.
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