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जामताड़ा की राह पर नवादा..! वारिसलीगंज से हरियाणा पुलिस ने 2 साइबर ठगों को दबोचा

नवादा जिले में साइबर क्राइम का मामला (Cyber Criminal in Nawada) बढ़ रहा है. विभिन्न राज्यों की पुलिस यहां आकर साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी कर रही है. जानकारी के मुताबिक बंगाल में साइबर ठगी करने वाला युवक अपने घर नवादा आया हुआ था. वहीं से पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पढ़ें पूरी खबर...

नवादा से दो साइबर ठग गिरफ्तार
नवादा से दो साइबर ठग गिरफ्तार
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Published : Jan 12, 2023, 9:29 PM IST

नवादा: बिहार का नवादा 'जामताड़ा' की राह पर है. यहां साइबर क्राइम करने वालों की तादाद बढ़ने लगी है. अब देश भर के साइबर अपराध का अड्डा नवादा (cyber crime hub nawada) में बन रहा है. जहां विभिन्न प्रदेशों की पुलिस पहुंचकर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर अपने साथ लेकर जा रही है. ताजा मामला वारिसलीगंज का है. यहां से एक साइबर फ्राॅड को पकड़कर हरियाणा की पुलिस अपने साथ ले गई. साइबर अपराधी की पहचान वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के निवासी रंजीत कुमार और नीतीश कुमार के रूप में की गई है.

यह भी पढ़ें: बिहार में साइबर फ्रॉड के मामले 20 गुना बढ़े, एक्सपर्ट से जानिए बचने के उपाय

पश्चिम बंगाल से जुड़े हैं साइबर अपराध के तारः दरअसल, हरियाणा पुलिस ने जिस अपराधी को गिरफ्तार किया, उसके तार पश्चिम बंगाल के साइबर अपराधी गिरोह से जुड़े हुए थे. पश्चिम बंगाल में बैठकर नवादा के वारिसलीगंज के साइबर अपराधी देश के विभिन्न जगहों के लोगों के साथ ठगी कर रहे थे. इसी सिलसिले में हरियाणा पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर नवादा पहुंचकर इन दोनों शातिरों को धर दबोचा. रंजीत कुमार गिरोह का संचालन करता था और नीतीश उसके लिए काम कर रहा था. इन दोनों ठगों के पास से पानीपत पुलिस ने 40 हजार रूपये नगदी बरामद की है. इनके पास से कई बैंकों के पासबुक, दो एंड्रॉयड मोबाईल, एक एटीएम और 5 फर्जी सीम बरामद किया गया है.

गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई: मॉडल टाउन थाना के एसआई दीपक कुमार ने बताया कि स्थानीय सुभाष भाटिया ने कांड संख्या- 409/22 दर्ज कराकर 50 लाख रूपये लोन दिलाने के नाम पर 1.76 लाख रूपये ठगी का मामला दर्ज कराया था. मामला दर्ज होने के बाद वैज्ञानिक तकनीकी व मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने ठगी माफियाओं को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि रंजीत के गिरोह में वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के कई लोगों का नाम सामने आया है. जिसे पुलिस ने अभी गुप्त रखा है. उनलोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी जारी है. बताया जाता है कि रंजीत इस गिरोह को चलाने के लिए बेरोजगार युवकों को रूपए कमाने का शॉटकट रास्ता बताकर प्रलोभन देता था. जिसमें कई लोग इसका साथ देकर खुद इस तरह के अपराध में शामिल हो जाते थे.

नवादा में पहले भी हुआ है ऐसा कारनामा: गौरतलब हो कि तीन दिनों पहले नवादा के नक्सल प्रभावित रजौली क्षेत्र से दिल्ली पुलिस ने एक महिला सहित तीन साइबर ठगों को गिरफ्तार किया था. उन ठगों के पास से एक करोड़ रूपए बरामद किया था. इसके पहले वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के भगवानपुर से भी 1.21 करोड़ रूपए बरामद किए गए हैं. जिससे यही प्रतीत होता है कि नवादा अब जामताड़ा बन चुका है. जहां पढ़े-लिखे बेरोजगारों को ठगी के दलदल में फंसाकर उनलोगों से साइबर माफिया ठगी का काम करा रहे हैं.

"स्थानीय सुभाष भाटिया ने कांड संख्या- 409/22 दर्ज कराकर 50 लाख रूपये लोन दिलाने के नाम पर 1.76 लाख रूपये ठगी का मामला दर्ज कराया था. एसआई के अनुसार मामला दर्ज होने के बाद वैज्ञानिक तकनीकी व मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने ठगी माफियाओं को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया".- दीपक कुमार, एसआई

ये भी पढ़ें - रेलवे DIG पहुंचे गया जंक्शन, थाने का निरीक्षण कर दिया मामलों के जल्द सॉल्व करने का आदेश

नवादा: बिहार का नवादा 'जामताड़ा' की राह पर है. यहां साइबर क्राइम करने वालों की तादाद बढ़ने लगी है. अब देश भर के साइबर अपराध का अड्डा नवादा (cyber crime hub nawada) में बन रहा है. जहां विभिन्न प्रदेशों की पुलिस पहुंचकर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर अपने साथ लेकर जा रही है. ताजा मामला वारिसलीगंज का है. यहां से एक साइबर फ्राॅड को पकड़कर हरियाणा की पुलिस अपने साथ ले गई. साइबर अपराधी की पहचान वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के निवासी रंजीत कुमार और नीतीश कुमार के रूप में की गई है.

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पश्चिम बंगाल से जुड़े हैं साइबर अपराध के तारः दरअसल, हरियाणा पुलिस ने जिस अपराधी को गिरफ्तार किया, उसके तार पश्चिम बंगाल के साइबर अपराधी गिरोह से जुड़े हुए थे. पश्चिम बंगाल में बैठकर नवादा के वारिसलीगंज के साइबर अपराधी देश के विभिन्न जगहों के लोगों के साथ ठगी कर रहे थे. इसी सिलसिले में हरियाणा पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर नवादा पहुंचकर इन दोनों शातिरों को धर दबोचा. रंजीत कुमार गिरोह का संचालन करता था और नीतीश उसके लिए काम कर रहा था. इन दोनों ठगों के पास से पानीपत पुलिस ने 40 हजार रूपये नगदी बरामद की है. इनके पास से कई बैंकों के पासबुक, दो एंड्रॉयड मोबाईल, एक एटीएम और 5 फर्जी सीम बरामद किया गया है.

गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई: मॉडल टाउन थाना के एसआई दीपक कुमार ने बताया कि स्थानीय सुभाष भाटिया ने कांड संख्या- 409/22 दर्ज कराकर 50 लाख रूपये लोन दिलाने के नाम पर 1.76 लाख रूपये ठगी का मामला दर्ज कराया था. मामला दर्ज होने के बाद वैज्ञानिक तकनीकी व मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने ठगी माफियाओं को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि रंजीत के गिरोह में वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के कई लोगों का नाम सामने आया है. जिसे पुलिस ने अभी गुप्त रखा है. उनलोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी जारी है. बताया जाता है कि रंजीत इस गिरोह को चलाने के लिए बेरोजगार युवकों को रूपए कमाने का शॉटकट रास्ता बताकर प्रलोभन देता था. जिसमें कई लोग इसका साथ देकर खुद इस तरह के अपराध में शामिल हो जाते थे.

नवादा में पहले भी हुआ है ऐसा कारनामा: गौरतलब हो कि तीन दिनों पहले नवादा के नक्सल प्रभावित रजौली क्षेत्र से दिल्ली पुलिस ने एक महिला सहित तीन साइबर ठगों को गिरफ्तार किया था. उन ठगों के पास से एक करोड़ रूपए बरामद किया था. इसके पहले वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के भगवानपुर से भी 1.21 करोड़ रूपए बरामद किए गए हैं. जिससे यही प्रतीत होता है कि नवादा अब जामताड़ा बन चुका है. जहां पढ़े-लिखे बेरोजगारों को ठगी के दलदल में फंसाकर उनलोगों से साइबर माफिया ठगी का काम करा रहे हैं.

"स्थानीय सुभाष भाटिया ने कांड संख्या- 409/22 दर्ज कराकर 50 लाख रूपये लोन दिलाने के नाम पर 1.76 लाख रूपये ठगी का मामला दर्ज कराया था. एसआई के अनुसार मामला दर्ज होने के बाद वैज्ञानिक तकनीकी व मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने ठगी माफियाओं को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया".- दीपक कुमार, एसआई

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