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नवादा के इस पंचायत में नहीं है हाई स्कूल, आगे की पढ़ाई के लिए हिचकिचाती हैं लड़कियां

जिले के मेसकौर प्रखंड के रसलपुर पंचायत में हाई स्कूल नहीं है. जिसके कारण यहां की लड़कियां मिडिल स्कूल पास करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए हिचकिचाती रहती हैं.

लड़कियां
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Published : Apr 23, 2019, 10:38 PM IST

नवादा: जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर मेसकौर प्रखंड के रसलपुर पंचायत में हाई स्कूल नहीं है. जिसके कारण यहां के बच्चों को कड़कड़ाती धूप हो या हाड़ को सिहरा देने वाली ठंढ में भी अपने घर से करीब 3-4 किमी दूर दूसरे पंचायत स्थित हाई स्कूल में जाना पड़ता है. लड़के तो किसी तरह दूर चले जाते हैं लेकिन लड़कियों को काफी दिक्कतों से गुजरना पड़ता है. जिसके कारण यहां की लड़कियां मिडिल स्कूल पास करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए हिचकिचाती रहती हैं.

रसलपुरा पंचायत की बच्ची श्रेया का कहना है कि हमलोग को यहां 3-4 किमी दूर पढ़ने जाना पड़ता है, जिसके कारण बहुत दिक्कत होती है. वहीं, हाई स्कूल नहीं होने से बच्चे के अभिभावक भी काफी चिंतित रहते हैं. उनकी भी इच्छा है कि इस पंचायत में स्कूल हो जाता तो बच्चों को ज्यादा पढ़ाई में दिक्कत नहीं होती.

ग्रामीण और छात्राओं का बयान

हर पंचायत में हाई स्कूल खोलने की CM नीतीश कर चुके हैं घोषणा
सूबे में लड़कियों की मिडिल से आगे नहीं पढ़ पाने की आंकड़े को देख मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी पंचायतों में माध्यमिक विद्यालयों खोलने की घोषणा की थी. इन सब के बावजूद आज तक नवादा जिले में ऐसे कई पंचायतों में हाई स्कूल नहीं खुल पाया है.

क्या कहते हैं लोग
वहीं, जब इस बाबत गांव के मुखिया के पुत्र पप्पू यादव से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, ये हकीक़त है कि लगभग 16-18 हजार की आबादी वाले इस पंचायत में अभी तक हाई स्कूल नहीं बन पाया है. कुछ साल पहले इस पंचायत में हाई स्कूल खुलने की बात हुई थी. लेकिन किसी कारणवश अभी तक हाई स्कूल नहीं बन पाया है. यहां से दूर बीजू बिगहा स्थित हाई स्कूल है जो कि करीब 4-5 किमी पड़ता है. बच्चे तो चले जाते हैं पर बच्चियां को दिक्कतें होती है.

ग्रामीण इलाकों में सरकार के दावे हो रहे फेल
शिक्षा में सुधार की बड़े -बड़े दावें तो सूबे की सरकार करती है. लेकिन ग्रामीण इलाके में उनकी सारे दावे फेल होती हुई नजर आती है. सवाल ये उठता है बच्चियों की पढ़ाई के प्रति केंद्र और सूबे की सरकार कब जागरूक होगी. अब देखते हैं कि कब तक सरकार पंचायतों में हाई स्कूल खुलवा पाती है?

नवादा: जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर मेसकौर प्रखंड के रसलपुर पंचायत में हाई स्कूल नहीं है. जिसके कारण यहां के बच्चों को कड़कड़ाती धूप हो या हाड़ को सिहरा देने वाली ठंढ में भी अपने घर से करीब 3-4 किमी दूर दूसरे पंचायत स्थित हाई स्कूल में जाना पड़ता है. लड़के तो किसी तरह दूर चले जाते हैं लेकिन लड़कियों को काफी दिक्कतों से गुजरना पड़ता है. जिसके कारण यहां की लड़कियां मिडिल स्कूल पास करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए हिचकिचाती रहती हैं.

रसलपुरा पंचायत की बच्ची श्रेया का कहना है कि हमलोग को यहां 3-4 किमी दूर पढ़ने जाना पड़ता है, जिसके कारण बहुत दिक्कत होती है. वहीं, हाई स्कूल नहीं होने से बच्चे के अभिभावक भी काफी चिंतित रहते हैं. उनकी भी इच्छा है कि इस पंचायत में स्कूल हो जाता तो बच्चों को ज्यादा पढ़ाई में दिक्कत नहीं होती.

ग्रामीण और छात्राओं का बयान

हर पंचायत में हाई स्कूल खोलने की CM नीतीश कर चुके हैं घोषणा
सूबे में लड़कियों की मिडिल से आगे नहीं पढ़ पाने की आंकड़े को देख मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी पंचायतों में माध्यमिक विद्यालयों खोलने की घोषणा की थी. इन सब के बावजूद आज तक नवादा जिले में ऐसे कई पंचायतों में हाई स्कूल नहीं खुल पाया है.

क्या कहते हैं लोग
वहीं, जब इस बाबत गांव के मुखिया के पुत्र पप्पू यादव से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, ये हकीक़त है कि लगभग 16-18 हजार की आबादी वाले इस पंचायत में अभी तक हाई स्कूल नहीं बन पाया है. कुछ साल पहले इस पंचायत में हाई स्कूल खुलने की बात हुई थी. लेकिन किसी कारणवश अभी तक हाई स्कूल नहीं बन पाया है. यहां से दूर बीजू बिगहा स्थित हाई स्कूल है जो कि करीब 4-5 किमी पड़ता है. बच्चे तो चले जाते हैं पर बच्चियां को दिक्कतें होती है.

ग्रामीण इलाकों में सरकार के दावे हो रहे फेल
शिक्षा में सुधार की बड़े -बड़े दावें तो सूबे की सरकार करती है. लेकिन ग्रामीण इलाके में उनकी सारे दावे फेल होती हुई नजर आती है. सवाल ये उठता है बच्चियों की पढ़ाई के प्रति केंद्र और सूबे की सरकार कब जागरूक होगी. अब देखते हैं कि कब तक सरकार पंचायतों में हाई स्कूल खुलवा पाती है?

Intro:नवादा। जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर मेसकौर प्रखंड के रसलपुर पंचायत में मीडिल स्कूल तो हैं लेकिन उससे आगे की पढ़ाई के लिए हाई स्कूल नहीं है। जिसके कारण यहां के बच्चों को कड़कड़ाती धूप हो या हाड़ को सिहरा देनेवाला ठंढ में भी अपने घर से करीब 3-4 किमी दूर दूसरे पंचायत स्थित हाई स्कूल में जाना होता है। लड़के तो किसी तरह दूर चले जाते हैं लेकिन लड़कियों को काफ़ी दिक्कतें से गुजरना पड़ता है। जिसके कारण यहां की लड़कियां मिडिल स्कूल पास करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए हिचकिचाती रहती है।


Body:रसलपुरा पंचायत की बच्ची श्रेया का कहना है कि हमलोग को यहां 3-4 किमी दूर पढ़ने जाना पड़ता है जिसके कारण बहुत दिक्कत होती है। वहीं, हाई स्कूल नहीं होने से बच्चे के अभिभावक भी काफी चिंतित रहते हैं उनका भी इच्छा है कि इस पंचायत में स्कूल हो जाता तो बच्चों को ज्यादा पढ़ाई में दिक्कत नहीं होता।


हर पंचायत में हाई स्कूल खोलने की CM नीतीश कर चुके हैं घोषणा

सूबे में लड़कियों की मिडिल से आगे नहीं पढ़ पाने की आंकड़े को देख मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी पंचायतों में माध्यमिक विद्यालयों खोलने की घोषणा की थी इन सब के बावजूद आज तक नवादा जिले में ऐसे कई पंचायतों में हाई स्कूल नहीं खुल पाया है।

क्या कहते हैं मुखिया प्रतिनिधि

वहीं, जब इस बाबत गांव के मुखिया पुत्र पप्पू यादव से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, ये हकीक़त है कि, लगभग 16-18 हजार की आबादी वाले इस पंचायत में अभी तक हाई स्कूल नहीं हो पाया है। कुछ साल पहले इस पंचायत में हाई स्कूल खुलने की बात हुई थी लेकिन किसी कारणवश अभी तक हाई स्कूल नहीं बन पाया है। यहां से दूर बीजू बिगहा स्थित हाई स्कूल है जोकि करीब 4-5 किमी पड़ता है। बच्चे तो चले जाते हैं पर बच्चियां को दिक्कतें होती है।


Conclusion:शिक्षा में सुधार की बड़े -बड़े दावें तो सूबे की सरकार करती हैं लेकिन ग्रामीण इलाके में उनकी सारे दावे फेल होती हुई नजर आती है सवाल ये उठता हैं बच्चियों पढ़ाई के प्रति जागरूक केंद्र और सूबे की सरकार कब तक पंचायतों में हाई स्कूल खुलवा पाती है?
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