नवादा: बिहार में नवादा के कौआकोल थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित लालपुर पंचायत के तेवरिया ठेका गांव में पति पत्नी की संदेहास्पद मौत (Suspicious Death of Husband and Wife in Nawada) हो गई. मंगलवार की रात हुई मौत के बाद गांव में मातम छा गया. ग्रामीणों के बीच मौत के वजह की तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. कुछ ग्रामीणों के बीच चर्चाएं हो रही हैं कि दोनों पति-पत्नी हमेशा ही शराब का सेवन किया करते थे तथा मंगलवार को अत्यधिक शराब पीने के कारण मौत हुई है. जबकि कुछ लोगों में चर्चा है कि घर में अनाज का अभाव रहने के कारण उन लोगों को तीन चार दिनों से भरपेट भोजन नहीं मिल पा रहा था.
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नहीं थी कोई संतानः लोगों ने बताया कि पति लकवाग्रस्त था. उनकी कोई संतान भी नहीं थी. इसलिए लगातार भूख से जझते रहने के बाद जहर खा लेने से मौत होने की आंशका जताई जा रही है. हालांकि कौआकोल पुलिस द्वारा दोनों की स्वभाविक मौत बताकर शव को आनन-फानन में दाह संस्कार भी करवा दिया गया है. मिली जानकारी के अनुसार तेवरिया ठेका निवासी 45 वर्षीय जासो भुल्ला एवं उसकी पत्नी रोशनी देवी मंगलवार को पूरी तरह से स्वस्थ अवस्था में थे.
शव का कराया गया दाह संस्कारः रात में सभी अगल-बगल के लोगों से मिलजुल कर सोने गए थे. लेकिन सुबह में जब वे दोनों पति-पत्नी देर तक सो कर नहीं उठे, तो जब पड़ोसी उन्हें देखने गए तो दोनों को मृतावस्था में पाया. जिसके बाद इसकी सूचना कौआकोल पुलिस को दी गई. सूचना के बाद कौआकोल पुलिस द्वारा वहां चौकीदार को भेजा गया. शव को आनन-फानन में दाह संस्कार करा दिया गया. जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है.
नहीं कराया गया पोस्टमार्टमः ग्रामीणों का कहना है कि दोनों पति-पत्नी की एक साथ स्वभाविक मौत नहीं हो सकती. मौत होने के पीछे कोई न कोई कारण अवश्य है. प्रश्न उठता है कि पुलिस आखिर शव का पोस्टमार्टम क्यों नहीं करा सकी. आनन-फानन में शव का दाह संस्कार क्यों कर दिया गया. मामला जांच के घेरे में है. इधर भाकपा नेता मंटू मांझी ने घटनास्थल का दौरा कर घटना पर दुख व्यक्त करते हुए नवादा डीएम तथा एसपी से घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.
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