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बिहार में बह रही परिवर्तन की बयार, अपने दम पर बनाएंगे सरकार- आशुतोष कुमार - bihar assembly election

राष्ट्रीय जन-जन पार्टी अध्यक्ष अशुतोष कुमार चुनाव प्रचार अभियान के अंतर्गत नवादा पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अपने विजन के बारे में बात करते हुए लालू-नीतीश सरकार के शासनकाल पर जमकर हमला बोला.

आशुतोष कुमार
आशुतोष कुमार
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Published : Oct 5, 2020, 10:50 AM IST

नवादा: बिहार विधानसभा चुनाव के मुहाने पर खड़ा है. एक तरफ जहां महागठबंधन और राजग गठबंधन के बैनर तले राजद, बीजेपी, जदयू और कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टियां चुनावी मैदान में दो-दो हाथ करने के तैयार है. वहीं कई छोटे दल में पूरे जोश के साथ चुनावी तैयारी में जुटी हुई है. इसी क्रम में राष्ट्रीय जन-जन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशुतोष कुमार चुनाव प्रचार अभियान के अंतर्गत नवादा पहुंचे. इस दौरान उन्होंने लालू-नीतीश के बीते 30 साल के शासनकाल पर जमकर हमला बोला.

'जनता का नहीं हुआ भला'
ईटीवी भारत संवाददाता से बात करते हुए अशुतोष कुमार ने बताया कि जदयू-बीजेपी के बीते 30 साल के शासनकाल में जनता का भला नहीं हुआ. उन्होंने नीतीश कुमार पर निशाना साघते हुए कहा कि जिस विचारधार के खिलाफ नीतीश कुमार खड़े थे. सत्ता पाने के लिए उसी जे गले मिल गए. कुर्सी मिलने के बाद फिर लालू यादव से नाता तोड़ लिया. सीएम पर हमला बोलते हुए आशुतोष ने कहा कि अब नीतीश कुमार की विचार आचार बन कर रह गई है. वहीं, राजजपा को वोट क्यो दें के सवाल पर उन्होंने कहा कि जनता अगर पिछले 30 साल के लालू-नीतीश के शासनकाल को समझ लेगी तो हमें बिहार के लोगों को कुछ कहने की आवश्यकता होगी. उन्होंने कहा कि अब बिहार की जनता ना लालू के जंगलराज की वापसी चाहते हैं और ना तो नीतीश कुमार की तानाशाही वाली सरकार.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'जातिगत राजनीति से ऊपर सोचने की जरूरत'
जातिगत राजनीति के सवाल पर सफाई देते हुए आशुतोष कुमार ने कहा कि बिहार में अगड़ा- पिछड़ा, हिन्दू-मुस्लिम, मंडल कमंडल, दलित फॉरवार्ड के राजनीति से ऊपर उठकर काम करने की जरूरत है. बिहार में केवल विकासवाद का मुद्दा होना चाहिए. उन्होंने कहा कि बिहार के जनमानस रामभक्त हनुमान की तरह अपनी शक्ति भूल गए हैं. आशुतोष ने आगे कहा कि जनता को अपनी शक्ति का एहसास होते ही प्रदेश की बदतर स्थिति बनाने वाले राजनीति से तौबा कर लेंगे.

'हेलीकॉप्टर सर्वे जायजा नहीं मजा'
आत्मनिर्भर बिहार के सवाल पर आशुतोष कुमार ने कहा कि बिहार को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुल सवालों के जड़ तक जाना होगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार 20 हजार फुट की ऊंचाई से हेलीकॉप्टर पर बैठकर सर्वे करते हैं और जायजा लेते हैं, असल में सीएम जायजा नहीं उड़नखटोले का मजा लेते हैं. वहीं, विकास के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदेश के डेवलपमेंट के लिए हमने ब्लू प्रिंट तैयार कर रखे हैं. उन्होंने आगे कहा कि बाढ़ सुखाड़ के मुद्दे के निराकरण के लिए सभी चीजें तय कर रखी है. इसके अलावे बिहार को इंडस्ट्रियल कलस्टर के रूप में विकसित करने के लिए भी कई रणनीति तैयार कर ली गई है.

'बह रही परिवर्तन की बयार'
बीजेपी-जदयू और राजद जैसी पार्टियों को टक्कर देने के सवाल पर आशुतोष कुमार ने बताया कि हमारे पास लोगों का समर्थन है, खासकर युवाओं का. उन्होंने कहा कि हम किसी को हराने या फिर किसी को जिताने के लिए नहीं आए हैं. उन्होंने कहा कि हमारी अपनी अलग विचारधारा है. जिससे प्रदेश में परिवर्तन लाने का काम करेंगे. किसानों के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि पूरे देश में सबसे दयनिय स्थिति बिहार के किसानों की है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के जिस किसान के पास भी अगर 5 बीघा जमीन है, तो वह साल में 3-4 लाख कमा लेता है. लेकिन बिहार के जिस किसान के पास अगर 10 बीघा जमीन है, तो वह मुंबई में अपने परिवार की पेट भरने के लिए गार्ड की नौकरी कर रहा है. इससे लालू और नीतीश के बीते 30 साल के शासन काल का अंदाजा लगाया जा सकता है. आशुतोष ने आगे कहा कि बिहार में परिवर्तन की बयार बह चली है. राष्ट्रीय जन-जन पार्टी बिना किसी समर्थन के अपने दमखम पर सरकार बनाएगी.

नवादा: बिहार विधानसभा चुनाव के मुहाने पर खड़ा है. एक तरफ जहां महागठबंधन और राजग गठबंधन के बैनर तले राजद, बीजेपी, जदयू और कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टियां चुनावी मैदान में दो-दो हाथ करने के तैयार है. वहीं कई छोटे दल में पूरे जोश के साथ चुनावी तैयारी में जुटी हुई है. इसी क्रम में राष्ट्रीय जन-जन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशुतोष कुमार चुनाव प्रचार अभियान के अंतर्गत नवादा पहुंचे. इस दौरान उन्होंने लालू-नीतीश के बीते 30 साल के शासनकाल पर जमकर हमला बोला.

'जनता का नहीं हुआ भला'
ईटीवी भारत संवाददाता से बात करते हुए अशुतोष कुमार ने बताया कि जदयू-बीजेपी के बीते 30 साल के शासनकाल में जनता का भला नहीं हुआ. उन्होंने नीतीश कुमार पर निशाना साघते हुए कहा कि जिस विचारधार के खिलाफ नीतीश कुमार खड़े थे. सत्ता पाने के लिए उसी जे गले मिल गए. कुर्सी मिलने के बाद फिर लालू यादव से नाता तोड़ लिया. सीएम पर हमला बोलते हुए आशुतोष ने कहा कि अब नीतीश कुमार की विचार आचार बन कर रह गई है. वहीं, राजजपा को वोट क्यो दें के सवाल पर उन्होंने कहा कि जनता अगर पिछले 30 साल के लालू-नीतीश के शासनकाल को समझ लेगी तो हमें बिहार के लोगों को कुछ कहने की आवश्यकता होगी. उन्होंने कहा कि अब बिहार की जनता ना लालू के जंगलराज की वापसी चाहते हैं और ना तो नीतीश कुमार की तानाशाही वाली सरकार.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'जातिगत राजनीति से ऊपर सोचने की जरूरत'
जातिगत राजनीति के सवाल पर सफाई देते हुए आशुतोष कुमार ने कहा कि बिहार में अगड़ा- पिछड़ा, हिन्दू-मुस्लिम, मंडल कमंडल, दलित फॉरवार्ड के राजनीति से ऊपर उठकर काम करने की जरूरत है. बिहार में केवल विकासवाद का मुद्दा होना चाहिए. उन्होंने कहा कि बिहार के जनमानस रामभक्त हनुमान की तरह अपनी शक्ति भूल गए हैं. आशुतोष ने आगे कहा कि जनता को अपनी शक्ति का एहसास होते ही प्रदेश की बदतर स्थिति बनाने वाले राजनीति से तौबा कर लेंगे.

'हेलीकॉप्टर सर्वे जायजा नहीं मजा'
आत्मनिर्भर बिहार के सवाल पर आशुतोष कुमार ने कहा कि बिहार को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुल सवालों के जड़ तक जाना होगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार 20 हजार फुट की ऊंचाई से हेलीकॉप्टर पर बैठकर सर्वे करते हैं और जायजा लेते हैं, असल में सीएम जायजा नहीं उड़नखटोले का मजा लेते हैं. वहीं, विकास के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदेश के डेवलपमेंट के लिए हमने ब्लू प्रिंट तैयार कर रखे हैं. उन्होंने आगे कहा कि बाढ़ सुखाड़ के मुद्दे के निराकरण के लिए सभी चीजें तय कर रखी है. इसके अलावे बिहार को इंडस्ट्रियल कलस्टर के रूप में विकसित करने के लिए भी कई रणनीति तैयार कर ली गई है.

'बह रही परिवर्तन की बयार'
बीजेपी-जदयू और राजद जैसी पार्टियों को टक्कर देने के सवाल पर आशुतोष कुमार ने बताया कि हमारे पास लोगों का समर्थन है, खासकर युवाओं का. उन्होंने कहा कि हम किसी को हराने या फिर किसी को जिताने के लिए नहीं आए हैं. उन्होंने कहा कि हमारी अपनी अलग विचारधारा है. जिससे प्रदेश में परिवर्तन लाने का काम करेंगे. किसानों के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि पूरे देश में सबसे दयनिय स्थिति बिहार के किसानों की है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के जिस किसान के पास भी अगर 5 बीघा जमीन है, तो वह साल में 3-4 लाख कमा लेता है. लेकिन बिहार के जिस किसान के पास अगर 10 बीघा जमीन है, तो वह मुंबई में अपने परिवार की पेट भरने के लिए गार्ड की नौकरी कर रहा है. इससे लालू और नीतीश के बीते 30 साल के शासन काल का अंदाजा लगाया जा सकता है. आशुतोष ने आगे कहा कि बिहार में परिवर्तन की बयार बह चली है. राष्ट्रीय जन-जन पार्टी बिना किसी समर्थन के अपने दमखम पर सरकार बनाएगी.

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