नवादा: यदि किसी काम को दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ किया जाए, तो मुकाम जरूर हासिल होता है. कुछ ऐसी ही कहानी है जिले के अकबरपुर प्रखंड स्थित फरहा गांव के किसान रवि शंकर की. जिसने टीवी में देखकर पपीते की खेती करनी शुरू की. आज अपनी मेहनत के दम पर वो एक सफल किसान बन चुका है.
पारंपरिक खेती से नहीं मिल पाता था लाभ
किसान रवि शंकर ने बताया कि धान-गेहूं की खेती से लाभ नहीं मिल पा रहा था. एक दिन टीवी में उसने पपीते की खेती के बारे में देखा. ये देख उसके अंदर पपीते की खेती करने की ललक जगी. जैसे-जैसे टीवी में बताया गया, वैसे ही उसने पपीते की खेती शुरू की. वर्तमान में वो इससे डेढ़ से 2 लाख तक सलाना कमा लेता है.
पत्नी को नहीं था भरोसा
रवि शंकर की इच्छा थी कि वो परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए कुछ ऐसा करे, जिससे आसानी से उसके परिवार का भरण-पोषण हो सके, इसीलिए उसने पपीते की खेती करने का फैसला लिया. वहीं, रवि शंकर की पत्नी मंजू माला सिन्हा को पहले इससे कुछ लाभ होने का भरोसा नहीं था. लेकिन, अब वो भी कहती हैं कि उन्हें ऐसा लग रहा है कि इससे आगे और लाभ मिलेगा.
सरकार से मदद की है दरकार
एक समय रवि को अपना परिवार चलाने की चिंता रहती थी. वहीं, आज रवि पपीते की खेती से सालाना लगभग 2 लाख रुपये तक कमा लेता है. रवि का कहना है कि फिलहाल अपने खेत के अलावा कुछ खेत पट्टे पर लेकर वो पपीता की खेती कर रहा है. यदि सरकार की ओर से कुछ मदद मिल जाए तो और वो और ज्यादा मुनाफा कमा सकेगा.
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