नवादाः उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) और प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी के विरोध में एनएसयूआई (NSUI) कार्यकर्ताओं ने सीएम योगी (CM Yogi Adityanath) का पुतला दहन किया. शहर के प्रजातंत्र द्वार से एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं आक्रोश मार्च निकालते हुए विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने यूपी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
इसे भी पढ़ें- लखीमपुर खीरी हिंसक घटना के विरोध में कांग्रेस का प्रदर्शन, योगी आदित्यनाथ का फूंका पुतला
"मोदी और योगी के तानाशाही हुकूमत में लखीमपुर में निर्दोष किसानों की साजिश के तहत हत्या की गई है. किसानों की हत्या के विरोध में जब प्रियंका गांधी ने आवाज उठाई तो योगी सरकार ने गिरफ्तार कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. यह सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी है, जो अन्नदाताओं की हत्या करा रही है."- सूरज सिंह यादव, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष ने योगी सरकार से प्रियंका गांधी से जल्द रिहा करने की मांग की. साथ ही कहा कि अगर हत्यारों को जल्द फांसी नहीं दी गई तो वे उग्र प्रदर्शन करेंगे. इस मौके पर दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे. बता दें कि रविवार को केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्र के बेटे ने प्रदर्शन कर रहे किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी थी, जिसमें 4 किसानों की मौत हो गई थी. वहीं, इसके बाद भड़की हिंसा में चार अन्य लोगों की मौत हो गई थी.
इसे भी पढ़ें- लखीमपुर घटना पर तेजस्वी यादव बोले- यूपी में पूरी तरह से गुंडा राज कायम
इस घटना के बाद देशभर में विरोध की आग भड़क गई है. जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. इधर, किसानों और प्रशासन के बीच सहमति बनी है. 8 दिन के अंदर दोषियों की गिरफ्तारी, चार मृतक किसानों के परिजनों को 45-45 लाख और घायलों को 10-10 लाख का मुआवजा और घर के एक सदस्य को योग्यता के आधार पर नौकरी देने की शर्तों पर समझौता हुआ है. इस पूरे मामले की जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज करेंगे.