नवादा: बिहार के नवादा में नीलगाय पान की खेती (betel cultivation in nawada) को बर्बाद कर रही हैं. आसमान से गिरा और खजूर पर अटका, यह कहावत नवादा के किसानों के ऊपर सटीक बैठती दिख रही है. एक तो बारिश नहीं होने से किसानों को धान का फसल नहीं उपज पाया.अब जब रबी फसल की बारी आई तो नीलगायों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. रात भर रतजग्गा करने के बावजूद झुण्ड में नीलगाय किसानों के खेतों में आकर तबाही मचा कर भाग जा रही हैं. इस ओर प्रशासन भी कोई ध्यान नहीं दे रहे है.
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नीलगाय खेतों में लगी फसल को कर रही बर्बाद : बताते चलें कि नवादा जिले के हिसुआ के मांझवे गांव इन दिनों नीलगायों के लिए सेफ जोन बन गया है. शाम होते हीं पहाड़ी से झुण्ड में नीलगाय आती है और किसी न किसी किसान के फसलों को बर्बाद कर देती हैं. ताजा मामला मंझवे का है जहां पान की कोठी (पान का खेत ) में शुक्रवार की रात्रि में नीलगायों ने तीन किसान तुलसी चौरसिया के पुत्र रंजन चौरसिया, प्रगास चौरसिया के पुत्र चंद्रदेव चौरसिया और अर्जुन चौरसिया के पुत्र बाल्मीकि चौरसिया के पान के खेत को बर्बाद कर डाला.
किसानों के लाखों का नुकसान : समय रहते प्रसासन अगर इन नीलगायों पर काबू नहीं पाएगी तो शायद किसान दाने-दाने को मोहताज हो जायेगा. लोगों ने प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की मांग की है.