नवादाः जिला मुख्यालय से थोड़ी ही दूर गुलजार नगर स्थित अल्पसंख्यक छात्रावास की स्थिति बदहाल है. पहले जहां यह छात्रावास छात्रों के लिए जूझती थी वहीं अब यह मूलभूल सुविधाओं के लिए तरस रही है. छात्रावास परिसर में चारो तरफ गंदगी फैली हुई है. इसके साथ ही मकान में लगे खिड़कियों के शीशे टूटे हुए हैं जिससे मच्छरों का आतंक हावी रहता है.
2017 में हुआ था उद्घाटन
रसूल नगर स्थित करोडों की लागत से बने इस छात्रावास का उद्घाटन तत्कालीन अल्पसंख्यक एवं समाज कल्याण मंत्री मो. अब्दुल गफूर ने किया था. जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि अब यह अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों के लिए मिल का पत्थर साबित होगा. लेकिन मौजूदा हालात यह है कि यहां सुविधाओं का घोर अभाव है.
खाने-पीने की व्यवस्था नहीं
हॉस्टल में रह रहे छात्रों ने बताया कि यहां न खाने की और न साफ पानी व्यवस्था है. यहां आरओ तो लगा है लेकिन फिल्टर खराब होने की वजह से साफ पानी नहीं मिलता है. वहीं, खाना बनाने के लिए सामूहिक किचन है लेकिन समय पर राशन नहीं मिलने की वजह से खाना नहीं बन पा रहा है. छात्रों ने बताया कि हॉस्टल के पंखे खराब पड़े हैं और शौचालय भी गंदे रहते हैं. साथ ही शहर से दूर होने के कारण नजदीक में कोई खानेपीने के दुकान भी नहीं है.
छात्रों को नहीं मिल पाता योजनाओं का लाभ
वहीं, प्रभारी जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी चंदन कुमार ने कहा कि छात्रावास में जो भी कमियां है उसे दूर करने का हम प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुछ काम हुआ भी है और आगे हॉस्टल में सीसीटीवी लगाने और सौंदर्यीकरण का काम कराया जाएगा. अल्पसंख्यक छात्रों के विकास के नाम पर सरकार घोषणाएं तो कर देती है लेकिन अधिकारियों की लापरवाही की वजह से इसका लाभ छात्रों को नहीं मिल पाता है.