नवादा: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सह हम पार्टी के संयोजक जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi convenor of Hum Party) जिले के वारिसलीगंज नगर के मेन रोड स्थित स्वर्गीय मुन्नालाल जैन के श्राद्ध कार्यक्रम में शामिल हुए. जहां उन्होंने वारिसलीगंज की समस्याओं को जाना और मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि बिहार में सामाजिक न्याय और सब के विकास के लिए जातिगत जनगणना बहुत करना जरूरी है. हमारे सीएम नीतीश कुमार जो बिहार के मुखिया हैं, वह यही चाहते हैं. उनका मकसद है कि बिहार में जितनी जिनकी आबादी है. उसके अनुसार उनको आरक्षण मिले.
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'विकास के लिए की जाने वाली योजनाओं का लाभ हर किसी को मिलना चाहिए. उसअनुसार केंद्र सरकार यह नहीं चाहती है कि बिहार में पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग का विकास हो इसलिए जातिगत जनगणना का विरोध करते हैं. अपने दम पर बिहार सरकार ने जातिगत जनगणना कराने पर विचार किया है. ताकि उनकी आर्थिक स्थिति के बारे में पिछड़ों को आरक्षण को लेकर नगर पालिका बिहार सरकार पटना हाई कोर्ट चली गई. ताकि अति पिछड़ा वर्ग को आरक्षण मिले.' - जीतन राम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री
जीतनराम मांझी ने जाति जनगणना की वकालत की : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Former CM Jitan Ram Manjhi) ने वारिसलीगंज बंद चीनी मिल के मुद्दे पर कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद बिहार से पलायन कम हुआ है. जिनमें स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का अवसर मिल सकता है.