नवादा: जिले में एआईएमडब्ल्यूएफ के आह्वान पर बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ शाखा नवादा की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन के दौरान सरकार से दैनिक मजदूर और सफाई कर्मचारियों की सेवा नियमित करने, जोखिम भत्ता और एरियर का भुगतान करने की मांग की गई. साथ ही सभी कर्मचारियों को 50 लाख का बीमा कवरेज प्रदान करने को कहा गया.
बता दें कि इस प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने कहा कि कोरोना महामारी के समय में सफाई कर्मियों को कोई सुरक्षा किट मुहैया नहीं कराया गया. जबकि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में फ्रंट लाइन कार्यकर्ता के रूप में हमने काम किया है. वहीं, अब हम सफाई कर्मियों को हमारे अधिकारों, चिकित्सा सुरक्षा और लाभों से वंचित किया जा रहा है.
आउटसोर्सिंग से काम करवाने में लगी है सरकार
इसके अलावा सफाई कर्मियों ने बताया कि केवल महाराष्ट्र में कोरोना महामारी के समय काम करने वाले सभी सफाई कर्मियों को 1 करोड़ का बीमा कवर और हरेक दिन 300 रुपये विशेष वेतन दिया जाता है. साथ ही उन लोगों को सुरक्षा किट भी उपलब्ध करवाया गया है. वहीं, कर्नाटक में सफाई कर्मियों को पीपीई किट के साथ हरेक दिन 100 रुपये का विशेष वेतन घोषित किया गया है. जबकि बिहार में सरकार सफाई कार्य आउटसोर्सिंग के माध्यम से करवाने में लगी है.
मास्क और पीपीई किट देने की मांग
इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे अध्यक्ष अरविंद दास ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के समय में सरकार उन लोगों की सहायता करें. सफाई के काम में लगे गाड़ियों के ड्राइवर और घरों से कचरा जमा करने वाले सफाई कर्मियों सहित तमाम कर्मचारी, ठेका मजदूर, दैनिक मजदूर और सफाई कर्मचारियों की सेवा नियमित करें. वहीं, उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर मास्क, साबुन और पीपीई किट देने की मांग की. साथ ही उन्होंने सफाई के काम में आउटसोर्सिंग को बंद करने की भी मांग की.