नवादा: बुद्ध की धरती को जोड़ने वाली प्रमुख मार्ग नवादा-गया और राजगीर-गया पथ पर बने तिलैया नदी डायवर्सन बह गया. जिस वजह से इन सड़कों पर यातायात भंग हो गया है. बता दें कि जिले में बीते चार दिनों से हो रही बारिश से नदियां उफान पर है. डायवर्सन बह जाने से नवादा, जमुई के अलावे राजगीर-बोधगया का संपर्क टूट गया है. जिस वजह से गया जाने वाले पिंडदानियों के लिए गया की दूरी करीब 40 किलोमीटर बढ गई.
पहले भी बह चुका है डायवर्सन
बताया जाता है कि यह डायवर्सन कई बार तिलैया नदी के रौद्र रूप का शिकार हो चुकी है. इससे पहले 2017 में एक बार और 2018 दो बार यह डायवर्सन बह चुका है. बता दें कि 25 जुलाई 2018 को पानी के तेज बहाव मे बह गया था. जिसके बाद इसे फिर से आनन-फानन में बनाया गया लेकिन 28 जुलाई को यह फिर से बह गया था.
क्षतिग्रस्त पूल से यात्रा कर रहे लोग
डायवर्सन बह जाने से नवादा और राजगीर का गया जिला से संपर्क पूरी तरह से ठप हो चुका है. जिला प्रशासन ने पुल के पास डायवर्सन क्लोजड का बोर्ड लगा दिया है.आवागमन ठप हो जाने से लोग लंबी दूरी की यात्रा दूसरे मार्गों से कर रहे हैं. लेकिन फिर भी कुछ लोग जान जोखिम मे डालकर अंग्रेजों के जमाने वाले पुराने पुल को पार कर अपने गंतव्य की ओर जा रहे है.
100 गांव के लोग हुए प्रभावित
इस नदी पर बने डायवर्सन टूटने से हिसुआ, मेसकौर सहित लगभग 100 गांवो के लोग प्रभावित हुए है. लोगों को काफी लंबी दूरी तय कर जिला मुख्यालय तक पहुंचना पर रहा है. वहीं बोधगया की ओर जानेवाले लोग सिरदला होते हुए 40 किमी अतिरिक्त दूरी तय कर यात्रा कर रहे है.
जिला प्रशासन पर लगाया लापरवाही के आरोप
इस बाबत स्थानीय संजय कुमार और सकलदेव मांझी का कहना है कि पुल के बह जाने से हमलोगों को काफी परेशानियों का समना करना पर रहा है. हमारा घर पूल के पार है, कोई अन्य उपाय नहीं है. जान जोखिम में डाल कर पुराने पुल से जाते है. डायवर्सन टूटने से स्थानीयों के साथ-साथ आमलोगों की भी परेशानियां बढ़ गई है. यात्रा कर रहे एक यात्री विकास कुमार का कहना है कि जिला प्रशासन के लापरवाही के कारण बार - बार टूट रहा है. इस डायवर्सन को जल्द से जल्द बनवाकर सेवा को बहाल किया जाए.