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नवादा: NH-82 पर बना तिलैया नदी डायवर्सन बहा, जमुई-राजगीर और बोधगया का संपर्क टूटा

नदी पर बने डायवर्सन टूटने से हिसुआ, मेसकौर सहित लगभग 100 गांवों के लोग प्रभावित हुए है. लोगों को काफी लंबी दूरी तय कर जिला मुख्यालय तक पहुंचना पर रहा है. वहीं बोधगया की ओर जानेवाले लोग सिरदला होते हुए 40 किमी  अतिरिक्त दूरी तय कर यात्रा कर रहे है.

NH-82 पर बना तिलैया नदी डायवर्सन बहा
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Published : Oct 1, 2019, 3:10 PM IST

Updated : Oct 1, 2019, 3:30 PM IST

नवादा: बुद्ध की धरती को जोड़ने वाली प्रमुख मार्ग नवादा-गया और राजगीर-गया पथ पर बने तिलैया नदी डायवर्सन बह गया. जिस वजह से इन सड़कों पर यातायात भंग हो गया है. बता दें कि जिले में बीते चार दिनों से हो रही बारिश से नदियां उफान पर है. डायवर्सन बह जाने से नवादा, जमुई के अलावे राजगीर-बोधगया का संपर्क टूट गया है. जिस वजह से गया जाने वाले पिंडदानियों के लिए गया की दूरी करीब 40 किलोमीटर बढ गई.

पहले भी बह चुका है डायवर्सन
बताया जाता है कि यह डायवर्सन कई बार तिलैया नदी के रौद्र रूप का शिकार हो चुकी है. इससे पहले 2017 में एक बार और 2018 दो बार यह डायवर्सन बह चुका है. बता दें कि 25 जुलाई 2018 को पानी के तेज बहाव मे बह गया था. जिसके बाद इसे फिर से आनन-फानन में बनाया गया लेकिन 28 जुलाई को यह फिर से बह गया था.

पेश है एक रिपोर्ट

क्षतिग्रस्त पूल से यात्रा कर रहे लोग
डायवर्सन बह जाने से नवादा और राजगीर का गया जिला से संपर्क पूरी तरह से ठप हो चुका है. जिला प्रशासन ने पुल के पास डायवर्सन क्लोजड का बोर्ड लगा दिया है.आवागमन ठप हो जाने से लोग लंबी दूरी की यात्रा दूसरे मार्गों से कर रहे हैं. लेकिन फिर भी कुछ लोग जान जोखिम मे डालकर अंग्रेजों के जमाने वाले पुराने पुल को पार कर अपने गंतव्य की ओर जा रहे है.

प्रशासन की ओर से लगाया गया चेतावनी बोर्ड
प्रशासन की ओर से लगाया गया चेतावनी बोर्ड

100 गांव के लोग हुए प्रभावित
इस नदी पर बने डायवर्सन टूटने से हिसुआ, मेसकौर सहित लगभग 100 गांवो के लोग प्रभावित हुए है. लोगों को काफी लंबी दूरी तय कर जिला मुख्यालय तक पहुंचना पर रहा है. वहीं बोधगया की ओर जानेवाले लोग सिरदला होते हुए 40 किमी अतिरिक्त दूरी तय कर यात्रा कर रहे है.

सड़कों पर यातायात भंग
सड़कों पर यातायात भंग

जिला प्रशासन पर लगाया लापरवाही के आरोप
इस बाबत स्थानीय संजय कुमार और सकलदेव मांझी का कहना है कि पुल के बह जाने से हमलोगों को काफी परेशानियों का समना करना पर रहा है. हमारा घर पूल के पार है, कोई अन्य उपाय नहीं है. जान जोखिम में डाल कर पुराने पुल से जाते है. डायवर्सन टूटने से स्थानीयों के साथ-साथ आमलोगों की भी परेशानियां बढ़ गई है. यात्रा कर रहे एक यात्री विकास कुमार का कहना है कि जिला प्रशासन के लापरवाही के कारण बार - बार टूट रहा है. इस डायवर्सन को जल्द से जल्द बनवाकर सेवा को बहाल किया जाए.

यातायात भंग होने से जमा लोगों की भीड़
यातायात भंग होने से जमा लोगों की भीड़

नवादा: बुद्ध की धरती को जोड़ने वाली प्रमुख मार्ग नवादा-गया और राजगीर-गया पथ पर बने तिलैया नदी डायवर्सन बह गया. जिस वजह से इन सड़कों पर यातायात भंग हो गया है. बता दें कि जिले में बीते चार दिनों से हो रही बारिश से नदियां उफान पर है. डायवर्सन बह जाने से नवादा, जमुई के अलावे राजगीर-बोधगया का संपर्क टूट गया है. जिस वजह से गया जाने वाले पिंडदानियों के लिए गया की दूरी करीब 40 किलोमीटर बढ गई.

पहले भी बह चुका है डायवर्सन
बताया जाता है कि यह डायवर्सन कई बार तिलैया नदी के रौद्र रूप का शिकार हो चुकी है. इससे पहले 2017 में एक बार और 2018 दो बार यह डायवर्सन बह चुका है. बता दें कि 25 जुलाई 2018 को पानी के तेज बहाव मे बह गया था. जिसके बाद इसे फिर से आनन-फानन में बनाया गया लेकिन 28 जुलाई को यह फिर से बह गया था.

पेश है एक रिपोर्ट

क्षतिग्रस्त पूल से यात्रा कर रहे लोग
डायवर्सन बह जाने से नवादा और राजगीर का गया जिला से संपर्क पूरी तरह से ठप हो चुका है. जिला प्रशासन ने पुल के पास डायवर्सन क्लोजड का बोर्ड लगा दिया है.आवागमन ठप हो जाने से लोग लंबी दूरी की यात्रा दूसरे मार्गों से कर रहे हैं. लेकिन फिर भी कुछ लोग जान जोखिम मे डालकर अंग्रेजों के जमाने वाले पुराने पुल को पार कर अपने गंतव्य की ओर जा रहे है.

प्रशासन की ओर से लगाया गया चेतावनी बोर्ड
प्रशासन की ओर से लगाया गया चेतावनी बोर्ड

100 गांव के लोग हुए प्रभावित
इस नदी पर बने डायवर्सन टूटने से हिसुआ, मेसकौर सहित लगभग 100 गांवो के लोग प्रभावित हुए है. लोगों को काफी लंबी दूरी तय कर जिला मुख्यालय तक पहुंचना पर रहा है. वहीं बोधगया की ओर जानेवाले लोग सिरदला होते हुए 40 किमी अतिरिक्त दूरी तय कर यात्रा कर रहे है.

सड़कों पर यातायात भंग
सड़कों पर यातायात भंग

जिला प्रशासन पर लगाया लापरवाही के आरोप
इस बाबत स्थानीय संजय कुमार और सकलदेव मांझी का कहना है कि पुल के बह जाने से हमलोगों को काफी परेशानियों का समना करना पर रहा है. हमारा घर पूल के पार है, कोई अन्य उपाय नहीं है. जान जोखिम में डाल कर पुराने पुल से जाते है. डायवर्सन टूटने से स्थानीयों के साथ-साथ आमलोगों की भी परेशानियां बढ़ गई है. यात्रा कर रहे एक यात्री विकास कुमार का कहना है कि जिला प्रशासन के लापरवाही के कारण बार - बार टूट रहा है. इस डायवर्सन को जल्द से जल्द बनवाकर सेवा को बहाल किया जाए.

यातायात भंग होने से जमा लोगों की भीड़
यातायात भंग होने से जमा लोगों की भीड़
Intro:नवादा। जिले के हिसुआ प्रखंड से गुजरनेवाली तिलैया नदी पर बनी डायवर्सन तेज बहाव के कारण टूट चुकी है। जिससे लोगों को आवाजाही में काफी परेशानियां हो रही है। खासकर वो लोग जिन्हें इसकी जानकारी नहीं है उन्हें काफी दिक्कतों से गुजरना पड़ रहा है। बुद्ध सर्किट से जोड़नेवाली इस राष्ट्रीय राज्यमार्ग 82 आवागमन ठप्प पड़ा हुआ है। हालांकि, लोग पुराने क्षतिग्रस्त पूल से साहस कर आवाजाही कर रहे हैं लेकिन चारपहिया वाहन का जाना वर्जित है। प्रशासन की ओर से फिलहाल, डायवर्सन क्लोजड के बोर्ड लगाकर लोगों को सतर्क करने और पुल के पास भीड़ न लगाने की निर्देश दिए गए हैं।




Body:बुद्ध की धरती को जोड़ती है यह सड़क

बुद्ध की धरती को जोड़नेवाली यह एनएच पथ राजगीर से नवादा होते हुए गया को जाती है। पुराने पूल क्षतिग्रस्त है उसी की भरपाई के लिए अलग से नये पुल बनाए जा रहे हैं जो अभी निर्माणाधीन है। इसी के लिए डायवर्सन बनाया गया था जो अब नदी में आये तेज बहाव के करण टूट चुकी है

100 गांव के लोग हुए हैं प्रभावित

तिलैया नदी पर बनी डायवर्सन टूटने से हिसुआ, मेसकौर के सौ गांव के लोग प्रभावित हैं। उन्हें काफी लंबी दूरी तय कर जिला मुख्यालय पहुंचना पड़ रहा हैं वहीं बोधगया की ओर जानेवालों को भी काफी लंबी दूरी तय कर सिरदला होते हुए गुजरना पड़ रहा है।

4 बार टूट चुकी है डायवर्सन

यह डायवर्सन अब तक 4 बार टूट चुकी है। 2017 में टूटने के बाद 2018 में दो टूटी और 2019 में यह चौथी बार टूटी है। बार-बार डायवर्सन टूटने से लोगों को काफी परेशानियां बढ़ जाती है।

क्या कहते हैं लोग

स्थानीय संजय कुमार का कहना है काफी दिक्कतें हो रही है।हमारा घर पूल के पार है। पूल भी क्षतिग्रस्त है अगर इसपे एक साथ दो-चार सौ लोग चढ़ जाए तो यह धस भी सकता है। जहां तक मरीज की बात है तो कल रात तबियत खराब होने के कारण एक मरीज को एम्बुलेंस की जरूरत पड़ी तो उसे खटिया पर टांगकर ले जाकर पहुंचाया गया।

सकलदेव मांझी का कहना है, डायवर्सन टूटने से आमलोगों को काफी परेशानिया बढ़ गई है। पिछलेवार भी डायवर्सन टूट गया था। अगर इस पूल का रिपेयरिंग हो गया होता तो अभी काफी सुविधा होती। अभी पूल भी निर्माण नहीं हो सका है। मेरा प्रशासन से अनुरोध है कि जल्द डायवर्सन बनवाकर पुनः सेवा चालू कर दिया जाए। वहीं, विकास कुमार का कहना है यह सड़क एनएच-82 है इसी रास्ते से पर्यटक बौद्ध गया है लेकिन प्रशासन की ओर से आधा-अधूरा कार्य के वजह से बार - बार टूट यह डायवर्सन टूट जाता है। इससे हमलोगों की परेशानी बढ़ जाती है।







Conclusion:
Last Updated : Oct 1, 2019, 3:30 PM IST
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