नवादा: लोक आस्था के महापर्व छठ के पहले अर्घ्य से पूर्व शहर के मिर्जापुर स्थित सूर्य मंदिर छठ घाट की तैयारी पूरी कर ली गई है. कोरोना काल को देखते हुए घाट पर सोशल डिस्टेंसिंग के लिए घेरे बनाए गए हैं. साथ ही घाट पर लाइट की व्यवस्थाएं की गई है.
जिला प्रशासन व नगर परिषद की ओर से श्रद्धालुओं के लिए घाटों को तैयार किया गया है. मिर्जापुर वार्ड के वार्ड पार्षद प्रतिनिधि का कहना है कि कई दिनों से छठ को लेकर तैयारी चल रही थी. ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो. उन्होंने लोगों से कोरोना संक्रमण को देखते हुए छठ मनाने की अपील की है.
क्यों दिया जाता है डूबते सूर्य को अर्घ्य?
मान्यताओं के अनुसार, सायंकाल में सूर्य अपनी पत्नी प्रत्यूषा के साथ रहते हैं. इसलिए छठ पूजा में शाम के समय सूर्य की अंतिम किरण प्रत्यूषा को अर्घ्य देकर उनकी उपासना की जाती है. ऐसा माना जाता है कि इससे व्रत रखने वाली महिलाओं को दोहरा लाभ मिलता है. जो लोग डूबते सूर्य की उपासना करते हैं, उन्हें उगते सूर्य की भी उपासना जरूर करनी चाहिए.