नवादा: भारतीय मजदूर संघ के आह्वान पर बिहार राज्य पंप चालक संघ के सदस्यों ने बुधवार को आउटसोर्सिंग के खिलाफ प्रदर्शन किया. इन पंपकर्मियों ने अपने जिला कार्यालय पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सांकेतिक रूप से प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
बता दें कि ये सभी पंपकर्मी मुख्यमंत्री की सात निश्चय योजना में हर घर नल का जल कार्यक्रम के तहत पंप चालक के रूप में कार्यरत हैं. लेकिन लॉकडाउन के बीच अचानक से लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के निजीकरण और आउटसोर्सिंग का आदेश जारी कर दिया गया. जिससे इन लोगों को रोजगार छिन जाने की चिंता सता रही है. इसी कारण से इन लोगों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
'हमें बेरोजगार करने की साजिश'
इस मौके पर मौजूद संघ के प्रदेश महामंत्री राजकमल ने बताया कि एक ओर सरकार लाखों लोगों को रोजगार देने की बात कर रही है. वहीं, दूसरी ओर आउटसोर्सिंग लागू कर हम पंप चालकों को बेरोजगार करने की साजिश रच रही है. इस क्षेत्र का निजीकरण कर सरकार ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने की कोशिश कर रही है. हम सरकार से मांग करते हैं कि तुरंत निजीकरण के फैसले को वापिस लिया जाए और हमसबों को काम करने दें.