नवादा: कोरोना संक्रमण और बाढ़ के बीच बिहार में इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं. चुनावी साल में सत्तापक्ष-विपक्ष की ओर से लगातार बयानबाजी तेज हैं. इस बीच कांग्रेस बिहार कांग्रेस प्रभारी वीरेंद्र सिंह राठौर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चैलेंज किया है. जिला कांग्रेस कार्यालय में बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि पीएम और सीएम दोनों केवल एक किसान खोज दें जिसने 1940 रुपये क्विंटल गेहूं बेचा हो. अगर मिल गया वे राजनीति जीवन से सन्यास ले लेंगे.
नवादा में मगध के सभी प्रमंडलीय अध्यक्षों के साथ समीक्षात्मक बैठक और ब्लॉक स्तरीय संवाद कार्यक्रम में भाग लेने के लिए वीरेंद्र सिंह राठौर नवादा पहुंचे थे. यहां प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने केंद्र और बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किला से कहा था कि हम किसानों की आय दोगुनी करेंगे, लेकिन इनकी कथनी और करनी फर्क है.
'चैलेंज पूरा नहीं करने पर इस्तीफे की मांग'
मौके पर वीरेंद्र सिंह राठौर ने किसान के हितों के मुद्दे को रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और खाद्य आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने यहां तक कहा कि अगर पीएम और सीएम चैलेंज पूरा नहीं कर पाते हैं तो वे बिहार की जनता से हाथ जोड़कर माफी मांग ले और अपने पद से इस्तीफ़ा दे दें.
नहीं हुई 100 फीसदी धान और गेहूं की खरीददारी
वहीं, रामविलास पासवान पर भी निशाना साधते हुए वीरेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि जब पंजाब से 100 प्रतिशत धान और गेंहू की खरीद हो सकती है, बिहार से क्यूं नहीं किया गया. जबकि वो बिहार से ही हैं. बिहार में एक प्रतिशत भी गेंहू की खरीददारी नहीं हुई. पैक्स के माध्यम से धान की भी महज 8 प्रतिशत खेती हुई. 90 प्रतिशत धान किसान 1100-1200 रुपये प्रति क्विंटल बेचने को मजबूर हैं. ऐसी सरकार परिस्थिति उत्पन्न कर वो किसानों को आत्महत्या करने को मजबूर करती है. वीरेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि अगर हमारी गठबंधन की सरकार सत्ता में आती है तो समर्थन मूल्य के साथ 100 फीसदी खरीददारी करेंगे, यह हमारा प्रमुख एजेंडा है.