नवादाः बिहार में नवादा के अकबरपुर प्रखंड क्षेत्र के जफरा गांव में रविवार की देर रात गृह प्रवेश में हो रही हर्ष फायरिंग रोकने गए पुलिस पर जानलेवा हमला (Attack on Police in Nawada) किया गया. इस क्रम में पुलिस पदाधिकारी समेत चार जख्मी हो गए. आत्मरक्षा के तौर पर पुलिस ने तीन राउंड फायरिंग की. बाद में पहुंचे अतिरिक्त बल के सहयोग से नशे में धुत शिक्षक व महिला समेत दस को गिरफ्तार किया गया.
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बताया जाता है कि जफरा गांव के मुकेश कुमार के घर गृह प्रवेश में बार बालाओं का प्रोग्राम था. इस क्रम में आमंत्रण में पहुंचे शराब के नशे में धुत लोगों ने फायरिंग करना आरंभ कर दिया. फायरिंग की सूचना किसी ने पुलिस के वरीय पदाधिकारियों को दे दी. अधिकारियों के निर्देश पर गश्ती में रहे सअनि दिनेश कुमार रजक अन्य जवानों के साथ पहुंचे. पुलिस वाहन देख मौजूद लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. पथराव में रजक समेत तीन पुलिस के जवान जख्मी हो गए. इस दौरान पुलिस का जिप्सी क्षतिग्रस्त हो गयी.
सूचना के आलोक में पहुंचे थानाध्यक्ष अजय कुमार व साथ रहे जवानों पर भी हमला कर दिया. बचाव में पुलिस को तीन राउंड गोलियां चलानी पड़ी. पुलिस की गोलीबारी के बाद गांव में भगदड़ मच गया. भागने के क्रम रायफल का बट नीचे गिर गया, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर वहां नशे में धुत मौजूद शिक्षक छोटकी अमांवा के प्रेम कुमार उर्फ पिंटू, सकेन्द्र कुमार, सुरेन्द्र कुमार, औरंगाबाद के विक्की कुमार, पिंटू कुमार राजगीर नालंदा जफरा के रिम्पल देवी, कोमल देवी, लक्ष्मी देवी, सुधा देवी, गया की विमला देवी को गिरफ्तार कर लिया. चिकित्सकीय जांच में शिक्षक समेत तीन के शराब पीने की पुष्टि हुई है. जख्मी को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया है.
इस बाबत मामला दर्ज कर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में कोरोना जांच के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में मुकेश सिंह के नवादा स्थित घर में गृह प्रवेश के बाद गांव में प्रीतिभोज का आयोजन किया गया था. इसी मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. सांस्कृतिक कार्यक्रम की सूचना पर पुलिस वहां पहुंची और कार्यक्रम देख रहे लोगों पर लाठियां चलाने लगी. इस दौरान भगदड़ मच गया और लोग इधर-उधर भागने लगे. पुलिस ने इस दौरान वहां पर खड़े एक टेम्पो का शीशा, दो बाइक पर डंडे से मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया.
इसी दौरान गांव वाले ने पुलिस पर रोड़ेबाजी कर दी. इसकी खबर पदाधिकारी ने थानाध्यक्ष अजय कुमार को दिया. थानाध्यक्ष कहीं दूसरे जगह छापेमारी कर रही थीं. वह भी वहां पहुंची. गांव में पुलिस बल अपने आपको घिरता देख तीन राउंड फायरिंग कर वहां से भाग निकली. बाद में रजौली, गोविन्दपुर पुलिस के सहयोग से गांव में जाकर महिला और पुलिस को गिरफ्तार किया गया. बता दें इसके पूर्व भी वर्ष 2015 में जफरा गांव में पुलिस बल पर हमला किया जा चुका है.
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