नालंदा: रहुई प्रखंड के बलिया बीघा गांव में मवेशी चोरी आरोप के कारण एक महिला की सरेआम बेइज्जती की गई. समाज के ठेकेदारों ने तुगलकी फरमान सुनाते हुए महिला को ना केवल लाठी-डंडों से पिटवाया बल्कि उसके बाल भी काट दिए गए और उठक-बैठक करवा कर थूक चटाने का प्रयास भी किया गया.
बकरी चोरी के आरोप में हुई पिटाई
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि बलिया बीघा गांव के पास तेज धूप के कारण महिला पेड़ की छांव में आराम कर रही थी. इसी दौरान ग्रामीणों ने महिला को बकरी चोरी के आरोप में पकड़ लिया. इसके बाद बाद ग्रामीणों ने महिला की पिटाई कर उसके बाल काट दिए और थूक भी चटाने का प्रयास किया गया. घटना की सूचना मिलने के बाद वीआईपी पार्टी के छात्र नेता रौशन यादव ने मामले की सूचना स्थानीय पुलिस को दी.
'घटना के बाद से पीड़ित महिला का बुरा हाल'
इधर, मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस और वीआईपी नेता रौशन यादव घटना स्थल पर पहुंचे और महिला को लोगों की भीड़ से छुड़ाकर थाने लाई. घटना के बाद से महिला काफी डरी-सहमी हुई है. वह कुछ भी ठीक से नहीं बोल पा रही है. फिलहाल, पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
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पहले भी हो चुके हैं बिहार में ऐसे कई वारदात
गौरतलब है कि इससे पहले भी बिहार में ऐसे कई वारदात सामने आ चुके हैं. आधुनिकता के जमाने में पंचायत के तुगलकी फरमान के दर्जनों उदाहरण हैं. जिसे सुनकर आप सोचने को मजबूर हो जाएंगे कि क्या एक लोकतांत्रिक देश में किसी को भला ऐसी सजा भी दी जा सकती है. इससे पूर्व मुजफ्फरपुर जिले के हथौड़ी थाना क्षेत्र के डकरामा गांव में गांव के कुछ दबंगों ने गांव की तीन महिलाओं को डायन के नाम पर पिटाई कर उनका सिर मुंडवाने और मैला पिलाने का प्रयास किया था. इसको लेकर एक वीडियो भी वायरल हुआ था. हालांकि, इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था.