नालंदा : डेहरी से आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह का मां दुर्गा को लेकर दिये गए विवादित बयान ने सियासी तूफान ला खड़ा किया है. एक तरफ जहां बीजेपी इस पर हमलावर दिख रही है, तो वहीं दूसरी तरफ जेडीयू इस मामले से पल्ला झाड़ते दिख रही है. चूंकि बिहार में महागठबंधन की सरकार है और बीजेपी सीधे तौर पर नीतीश सरकार पर निशाना साध रही है. ऐसे में शुक्रवार को एक निजी कार्यक्रम में नालंदा पहुंचे ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार इस मामले पर ज्यादा कुछ बोलने से बचते दिखे.
श्रवण कुमार ने सभी धर्मों का सम्मान करने की दी नसीहत : मंत्री श्रवण कुमार ने डेहरी से आरजेडी विधायक के बयान पर कहा कि सभी धर्म का सम्मान होना चाहिए. राजनीति में सक्रिय व्यक्ति या जनप्रतिनिधि जो सार्वजनिक जीवन जीते हैं. उन्हें किसी भी धर्म के खिलाफ कोई ऐसी बात नहीं कहनी चाहिए जिससे किसी का भावना आहत होती हो. हमलोग तो सभी धर्मों का सम्मान करते हैं. इसलिए राजनीतिक शख्स को धर्म पर बोलने से बचना चाहिए. हमलोगों को पूरी कोशिश करनी चाहिए कि हमारी बातों से किसी को कोई ठेंस नहीं पहुंचे.
"आरजेडी विधायक का कोई निजी बयान होगा. यह उनकी पार्टी का आधिकारिक बयान नहीं है. कुछ लोग बयान देते रहते हैं. अब समझ बूझकर देते हैं या जानकारी के अभाव में देते हैं. किसी भी धर्म के खिलाफ कोई बात नहीं होनी चाहिए. चाहे सनातन धर्म हो,या सूफी धर्म हो, या सिख धर्म हो या ईसाई धर्म हो. सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए."- श्रवण कुमार, मंत्री, ग्रामीण विकास
क्या है मामला : मालूम हो कि डेहरी से आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह ने मां दुर्गा को लेकर एक विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा था कि मां दुर्गा ने कोई अवतार नहीं लिया था. यह सब बस मनुवादियों द्वारा गढ़ी गई काल्पनिक बातें हैं. इसलिए दुर्गा पूजा पर इतनी फिजूलखर्ची नहीं होनी चाहिए. अगर दुर्गा माता इतनी ही शक्तिशाली है तो जब अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बनाया था, तो उन्होंने क्यों नहीं अंग्रेजों का संहार कर दिया.