नालंदा: आज के वैज्ञानिक युग में इंसान चांद और मंगल ग्रह पर पांव रखने की बात करता है. लेकिन ग्रामीण परिवेश में विज्ञान से बढ़कर अंधविश्वास को ज्यादा मान्यता दी जाती है. इसकी बानगी बिहार शरीफ सदर अस्तपाल में देखने को मिली.
मामला बिहार शरीफ के रहुई थाना क्षेत्र का है, जहां एक युवक को सांप ने काट लिया. इसके बाद उसे सदर अस्पताल में भर्ती करवाया गया. अस्पताल में युवक को जल्दी ठीक कराने की जिद में लगे परिजनों ने एक तांत्रिक को वहां बुला लिया. जो अस्पताल परिसर में ही झाड़-फूंक करने लगा. भगत कई घंटों तक उसके शरीर पर तंत्र मंत्र की विद्या को अंजाम देता रहा. इस दौरान जब युवक की तबीयत ज्यादा बिगड़ने लगी.
क्या बोला तांत्रिक
इस बाबत तांत्रिक से जब बात की गई, तो उसने कैमरे के सामने गोल मोल जवाब देते हुए कहा कि वो झाड़ फूंक का काम करता है. कई लोगों को ठीक कर चुका है. लेकिन कभी जान की रिस्क नहीं लेता. इसके चलते इस युवक को अस्पताल भेजा गया है.
फिलहाल, युवक का इलाज बिहार शरीफ सदर अस्पताल में चल रहा है. डॉक्टरों ने कई बार भगत को मना किया. लेकिन वो ना वो माना और ना ही युवक के परिजन. वो युवक के शरीर में नीम की पत्ती के साथ कई मंत्रों से उसे ठीक करने का दावा करता रहा और अंत मे अस्पताल से फरार हो निकला. यहां ये सोचने वाली बात है कि लोग अंधविश्वास की बेड़ियों में इस कदर जकड़े हुए हैं कि वो आज भी तंत्र मंत्र का सहारा ले रहे हैं.
(ईटीवी भारत किसी भी प्रकार के अंधविश्वास का पुरजोर विरोध करता है. हम किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोई मंशा नहीं रखते हैं.)