नालंदा: कोरोना महामारी के दौरान लोगों को हो रही परेशानी और सरकार की विफलता को लेकर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान बिहारशरीफ के समाहरणालय परिसर के सामने रालोसपा कार्यकर्ताओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए विरोध जताया.
रालोसपा नेताओं का कहना था कि सरकार और प्रशासन हर मोर्चे पर फेल है. उनकी विफलता के कारण किसान, मजदूर काफी परेशान हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटरों पर बड़े पैमाने में अनियमितता बरती जा रही है. धरना में रालोसपा के साथ लोजद के कार्यकर्ता भी शामिल हुए. सभी हाथों में तख्तियां लेकर सरकार विरोध नारे लगाते दिखे.
जनता के पैसों का हो रहा बंदरबांट
धरने में शामिल लोजद के जिला प्रवक्ता रवि अजगर ने कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटर के नाम पर नालंदा जिले में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती जा रही है. साबुन, मास्क, सैनिटाइजर सहित अन्य सामान की खरीददारी के नाम पर बंदरबांट किया जा रहा है. फर्जी रिपोर्ट बनाकर बड़े पैमाने पर घोटाला हो रहा है. उन्होंने पूरे मामले की जांच की मांग की. लोजद प्रवक्ता ने कहा कि राज्य में मनरेगा के तहत मजदूरों से काम कराना है. लेकिन, कई स्थानों पर मशीन से कराया जा रहा है. साथ ही गरीबों के लिए आवंटित खाद्यान्न वितरण में गड़बड़ी हो रही है.
रालोसपा ने की लॉकडाउन बढ़ाने की मांग
बता दें कि रालोसपा ने लॉकडाउन बढ़ाने की मांग की है. रालोसपा महासचिव संजय कुशवाहा ने कहा कि जब देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या कम थी कब लॉकडाउन किया गया था. लेकिन, अब जब संक्रमण के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है तो लॉकडाउन खोला जा रहा है. ऐसे में खतरा और बढ़ गया है.