नालंदाः जिले के पावापुरी में पंजाब नेशनल बैंक की ओर से प्रबंधकों के लिए दो दिवसीय मल्टी-लेवल कंसंट्रेशन एंड आईडिएशन कार्यशाला आयोजित किया गया. देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में बैंकों की क्या भूमिका है, इसको लेकर कार्यशाला में चर्चा हुई.
67 शाखा के प्रबंधक हुए शामिल
कार्यशाला में बिहार और झारखंड के 67 शाखाओं के प्रबंधक शामिल हुए. निजी बैंकों की तुलना में राष्ट्रीय कृत बैंकों में क्या कमी है. साथ ही शाखाओं को किस प्रकार से बेहतर बनाया जाए, यह सारी बातें प्रबंधकों को समझाई गई. कार्यशाला में राष्ट्रीय कृत बैंक की सभी शाखाओं में समान रूप से काम होने का भी लक्ष्य रखा गया.
राष्ट्रीय कृत बैंक निजी बैंकों से कम नहीं
पीएनबी के अंचल प्रबंधक दिनेश कुमार पालीवाल ने कहा कि भारत सरकार की ओर से बैंक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए 16 पारामीटर तय किए गए हैं. उन 16 पारामीटर में एमएसएमई, स्टैंड अप इंडिया, कैशलैस, स्वयं सहायता समूह, कॉरपोरेट सोशल इकनॉमी, जल शक्ति, शिक्षा लोन, ग्रीन इकनॉमी सहित अन्य पारामीटर शामिल हैं. उन्होंने दो दिनों के इस कार्यशाला का उद्देश्य भारत की इकोनॉमी को बढ़ाना बताया. जिसमें उन्होंने बैंकों की भूमिका और उनकी क्षमता को बढ़ाने की बात कही. उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय कृत बैंक भी निजी बैंकों से कम नहीं है. इसके तहत काम करके दिखाना होगा. ऐसे में उक्त दिशा में काम शुरू भी हो गया है.