नालंदा: बिहार सरकार ने सामाजिक और पर्यावरण के क्षेत्र में कई चीजों पर प्रतिबंध लगाया. हालांकि शराबबंदी और प्लास्टिक बैन पर इसका कोई असर नहीं दिखता है. पूरे राज्य में शराब की चोरी छिपे बिक्री की जा रही है. जबकि प्लास्टिक(पॉलिथिन) प्रतिबंध के बाद भी खुले बाजार में उपयोग किया जा रहा है.
खुलेआम पॉलीथिन का हो रहा उपयोग
सीएम के गृह जिले का मुख्यालय बिहारशरीफ, जहां पॉलिथिन पर बैन की सरेआम धज्जियां उड़ायी जा रही है. पॉलिथिन पर पूर्णतः रोक के बाद भी नगर के बाजार में धड़ल्ले से इसका उपयोग किया जा रहा है. शहर के तमाम चौक-चौराहों पर दुकानदार ग्राहकों को इसमें सामान दे रहे हैं. ड्यूटी बजाने वाली पुलिस देखकर भी अनदेखी कर देती है. भले ही पकड़े जाने पर 5000 तक जुर्माना का प्रावधान हो. लेकिन आदेश के बावजूद इसका प्रयोग नगर में किया जा रहा है.
शिथिल पड़ गया अभियान
शुरुआत में जिला प्रशासन ने लगातार छापेमारी अभियान चलाया. कई दुकानदारों और लोगों से जुर्माना भी वसूला गया. लेकिन समय के साथ अभियान भी शिथिल पड़ गया. अब लोग धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं.
तेज होगी छापेमारी
नगर आयुक्त सौरभ जोरवाल ने ईटीवी भारत को बताया कि अभियान को जारी रखने के लिए पुलिस बल की जरूरत है. विगत लोकसभा चुनाव में पुलिस बल को वापस बुला लिया गया था. हालांकि इस संबंध में कार्रवाई करने के लिए नगर निगम ने पुलिस बल की मांग की है. पुलिस बल की उपलब्धता के बाद अभियान को तेज किया जाएगा.