पटना: जब जनवरी 2024 में नीतीश कुमार ने आरजेडी का साथ छोड़कर बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाई थी, तब विश्वास प्रस्ताव के दौरान और उसके बाद भी सदन के अंदर और बाहर जमकर 'खेला' हुआ था. राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के कई विधायकों ने पाला बदला था. कुछ जनता दल यूनाइटेड के पाले में चले गए तो कुछ भारतीय जनता पार्टी में आ गए. उन्हीं बागी विधायकों में शामिल हैं संगीता कुमारी, जिनको अब बीजेपी में बड़ा पद मिला है.
संगीता कुमारी बनीं बीजेपी प्रवक्ता: आरजेडी की बागी विधायक संगीता कुमारी को भारतीय जनता पार्टी का प्रवक्ता बनाया गया. प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने उनको प्रदेश प्रवक्ता की बड़ी और अहम जिम्मेदारी दी है. इसके साथ ही वह अब आधिकारिक तौर पर बीजेपी की सदस्य बन गईं हैं.
दिलीप जायसवाल ने दी बड़ी जिम्मेदारी: बिहार बीजेपी के ऑफिशियल एक्स हैंडल से उनकी नियुक्ति की जानकारी दी गई है. प्रदेश मुख्यालय प्रभारी अरविंद शर्मा ने पार्टी के लेटर हेड पर इस बारे में लिखा है, 'भारतीय जनता पार्टी के माननीय प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल के निर्देशानुसार कैमूर के मोहनिया से विधायक संगीता कुमारी को भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता मनोनित किया जाता है.'
दलबदल कानून का क्या हुआ?: 39 साल की संगीता कुमारी को बीजेपी प्रवक्ता बनाया जाना इसलिए भी चर्चा में है, क्योंकि जिस तरह वह आरजेडी का दामन छोड़कर बीजेपी में शामिल हुईं हैं, वैसे में उन पर दलबदल कानून लागू हो सकता है. इसके बावजूद 10 महीने बाद भी उनके खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष ने कोई कार्रवाई नहीं की.
तेजस्वी यादव ने की थी एक्शन की मांग: पिछले विधानसभा सत्र में भी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने स्पीकर नंद किशोर यादव से कार्रवाई की मांग की थी. हालांकि अब तक ये कहा जाता था कि उन्होंने आधिकारिक तौर पर बीजेपी की सदस्यता ग्रहण नहीं की है लेकिन अब जब उनको पार्टी का अधिकृत प्रवक्ता बना दिया गया है तो देखना होगा कि आरजेडी इस मुद्दे को सदन में कैसे उठाता है.
पिछले दिनों जेडीयू मंत्री को दिया था जवाब?: संगीता कुमार अभी हाल में ही तब अचानक से सुर्खियों में आ गईं थीं, जब उन्होंने जेडीयू नेता और मंत्री रत्नेश सादा को सोशल मीडिया पर घेरा था. उन्होंने नीतीश कुमार के सीएम फेस को लेकर जारी बवाल पर कहा था कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद मुख्यमंत्री को एनडीए का चेहरा बता चुके हैं तो क्यों सवाल उठाए जा रहे हैं. ऐसा करने से गठबंधन की एकता पर सवाल उठते हैं.
कौन हैं संगीता कुमारी?: बीजेपी प्रवक्ता संगीता कुमारी मूल रूप से कैमूर की रहने वाली हैं. 2020 में आरजेडी के टिकट पर वह पहली बार मोहनिया विधानसभा सीट से विधायक बनीं हैं. आरजेडी महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष भी रह चुकी हैं. उनको प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का करीबी माना जाता था. बक्सर सांसद सुधाकर सिंह को उन्हें राजनीति में लाने का श्रेय दिया जाता रहा है.
लालू परिवार की करीबी रही हैं संगीता: सड़क से लेकर सदन तक वह हर मुद्दे को मुखरता से उठातीं थी. अपने तेवर के कारण वह जल्द ही लालू परिवार और तेजस्वी यादव की पसंदीदा बन गईं थीं लेकिन अचानक फरवरी 2024 में उन्होंने आरजेडी का साथ छोड़ दिया था. हालांकि पार्टी छोड़ने के बाद उन्होंने आरजेडी पर महिला का सम्मान नहीं करने का आरोप लगाया था.
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