नालंदा: वैश्विक महामारी कोरोना के कारण विद्यालय पूरी तरह से बंद हो गया है. ऐसे में बच्चों में पढ़ाई को लेकर चिंता हो रही थी. छात्रों की पढ़ाई बाधित नहीं हो, इसके लिए निजी विद्यालय ने ऑनलाइन शिक्षा पद्धति को बढ़ावा दिया है. ऐसे में सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित नहीं हो, इसके लिए सरकारी विद्यालय में भी बच्चों के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग शुरू कर दिया गया है.
पढ़े नालंदा बढ़े नालंदा
बिहारशरीफ के आदर्श हाई स्कूल में "एक नई पहल की" शुरुआत की गई. जिसका उद्घाटन नालंदा के जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार ने किया. इसके तहत व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर छात्र-छात्राओं को पढ़ाया जाएगा. इस व्हाट्सएप ग्रुप का नाम "पढ़े नालंदा बढ़े नालंदा" रखा गया है.
ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि इससे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई मिल सकेगी. जुलाई से विद्यालय खुलने की संभावना है. लेकिन इसका स्वरूप क्या होगा, यह अब तक स्पष्ट नहीं है. इसके कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं हो, इसके लिए ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था शुरू की गई है. यह सिस्टम पूरे जिले के सभी सरकारी विद्यालय में लागू किया जाएगा. इन ग्रुप के माध्यम से बच्चों के बीच अध्यापन सामग्री उपलब्ध करायी जाएगी.
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सवाल-जवाब भी करेंगे बच्चे
शिक्षक अपने ग्रुप में छात्र-छात्राओं को सिखाने और पढ़ाने का काम करेंगे. ग्रुप के माध्यम से बच्चे सवाल-जवाब भी करेंगे. जिसका जवाब शिक्षक देंगे. यह एक तरह के बच्चों के लिए ट्यूटोरियल वर्ग होगा. यह कार्यक्रम बच्चों के लिए वरदान साबित होगा. डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म सरकारी विद्यालय के बच्चों के लिए वरदान साबित हो सकता है. इस प्लेटफार्म को विकसित करने और बढ़ावा देने की जरूरत है. ताकि भविष्य में भी इस प्लेटफार्म का उपयोग किया जा सके.